लद्दाख में तनाव के बीच पूर्वोत्तर और पूर्वी तट से लगे समुद्री इलाकों में चीन करेगा सैन्य अभ्यास
पिछले महीने चीन ने चार अलग-अलग सैन्य अभ्यास का एलान किया था। ये अभ्यास बोहाई सागर से पूर्व और पीले सागर से विवादित दक्षिण चीन सागर में होने थे।
बीजिंग, रायटर। बढ़ते क्षेत्रीय तनाव के बीच चीन देश के पूर्वोत्तर और पूर्वी तट से लगे समुद्री इलाकों में सोमवार से सैन्य अभ्यास करेगा। मेरीटाइम सेफ्टी एडमिनिस्ट्रेशन के मुताबिक पहले चरण का अभ्यास सोमवार को क्विन्हुआंगडो के उत्तरपूर्वी बंदरगाह से दूर बोहाई सागर में किया जाएगा। दूसरे चरण के अभ्यास के दौरान लाइव फायर एक्सरसाइज भी शामिल होगी।
चार अलग-अलग सैन्य अभ्यास का एलान
पहले इसका अभ्यास मंगलवार को पीले सागर के दक्षिणी भाग में और उसके बाद बुधवार को लियानयुगंग शहर से लगे समुद्री इलाकों में किया जाएगा। अभ्यास के दौरान दूसरे जहाज इस क्षेत्र में नहीं आ सकेंगे। बता दें कि पिछले महीने चीन ने चार अलग-अलग सैन्य अभ्यास का एलान किया था। ये अभ्यास बोहाई सागर से पूर्व और पीले सागर से विवादित दक्षिण चीन सागर में होने थे।
इसके अलावा चीन ताइवान के नजदीक भी सैन्य अभ्यास करता रहता है और दक्षिण चीन सागर में अमेरिका के बढ़ते दखल की लगातार शिकायत करता है। व्यापार, मानवाधिकार उल्लंघन और कोरोना महामारी को लेकर चीन और अमेरिका एक-दूसरे पर आरोप लगाते रहे हैं।
चीन ने पैंगोंग झील के पास बढ़ाए सैनिक, तैनात किए टैंक
उधर, पूर्वी लद्दाख में 29 से 31 अगस्त के बीच पैंगोंग सो झील के दक्षिणी किनारे पर भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई से बौखालाए चीन ने इस इलाके में कई जगहों पर और ज्यादा सैनिक तथा टैंक भेजे हैं। सैटलाइट से मिली तस्वीरों से पता चला है कि चीन के गतिरोध वाले प्वाइंट्स पर अपनी स्थिति को और ज्यादा मजबूत कर रहा है। इसके अलावा चीन इन इलाकों में नए सैन्य ठिकाने बनाने में जुट गया है।
टेलीग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन अब सभी गतिरोध वाली जगहों पर और ज्यादा सैनिक तथा टैंक तैनात कर रहा है। सूत्रों के मुताबिक दोनों ही पक्षों के करीब एक लाख सैनिक पूर्वी लद्दाख में तैनात हैं। चीन वार्ता की टेबल पर तनाव घटाने की बात तो कर रहा है लेकिन जमीन पर वह लगातार अपनी सैन्य तैयारी को और ज्यादा मजबूत करने में जुटा हुआ है।