चीन ने चेतावनी देकर कहा- ईरानी तेल पर अमेरिकी प्रतिबंधों से मध्यपूर्व में बढ़ेगी उथलपुथल
चीन दृढ़ता से एकतरफा अमेरिकी प्रतिबंधों के कार्यान्वयन और उसके तथाकथित न्यायाधिकार का विरोध करता है।
बीजिंग, एएफपी। चीन ने मंगलवार को चेतावनी दी कि ईरानी तेल के खरीददारों पर प्रतिबंध लगाने के अमेरिकी फैसले से मध्यपूर्व और अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा बाजार में उथलपुथल बढ़ जाएगी।
व्हाइट हाउस ने सोमवार को घोषणा की थी कि वह ईरानी तेल के निर्यात पर लगाए गए अमेरिकी प्रतिबंधों से कुछ देशों को हासिल छह महीने की छूट खत्म कर रहा है। आठ देशों को शुरुआत में छह महीने के लिए यह छूट प्रदान की गई थी। इनमें चीन के अलावा ग्रीस, इटली, जापान, दक्षिण कोरिया, ताइवान, भारत और तुर्की शामिल हैं। छूट की अवधि दो मई को समाप्त हो रही है।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने गेंग शुआंग ने मंगलवार को नियमित प्रेस कांफ्रेंस में कहा, 'चीन दृढ़ता से एकतरफा अमेरिकी प्रतिबंधों के कार्यान्वयन और उसके तथाकथित न्यायाधिकार का विरोध करता है।'
बता दें कि तुर्की ने अमेरिका की मांग को स्वीकार करने से इन्कार कर दिया है। वहीं, चीन का कहना है कि वह अपनी कंपनियों के कानूनी और विधि सम्मत अधिकारों की रक्षा के काम करता रहेगा।
भारतीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेद्र प्रधान ट्विटर पर अपनी पोस्ट में कह चुके हैं कि भारत को अन्य बड़े तेल उत्पादक देशों से अतिरिक्त तेल की आपूर्ति हो जाएगी। इसके अलावा देश में पेट्रोल, डीजल और पेट्रोलियम उत्पादों की मांग पूरी करने के लिए रिफाइनरियां पूरी तरह तैयार हैं।