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चीन ने दी अमेरिकी लोगों को हिरासत में लेने की चेतावनी, ट्रंप प्रशासन के इस फैसले से बौखलाया ड्रैगन

चीन सरकार ने अमेरिका को चेतावनी दी है कि न्याय विभाग द्वारा चीनी सेना से जुड़े विद्वानों के खिलाफ मुकदमा चलाने के जवाब में वह अपने यहां अमेरिकी लोगों को हिरासत में ले सकता है। चीनी अधिकारियों ने कई चैनलों के जरिये यह चेतावनी दी है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Mon, 19 Oct 2020 06:02 AM (IST)Updated: Mon, 19 Oct 2020 06:02 AM (IST)
चीन ने दी अमेरिकी लोगों को हिरासत में लेने की चेतावनी, ट्रंप प्रशासन के इस फैसले से बौखलाया ड्रैगन
चीन ने अमेरिका को चेतावनी दी है कि वह अपने यहां अमेरिकी लोगों को हिरासत में ले सकता है।

वाशिंगटन, रायटर। चीन सरकार ने अमेरिका को चेतावनी दी है कि न्याय विभाग द्वारा चीनी सेना से जुड़े विद्वानों के खिलाफ मुकदमा चलाने के जवाब में वह अपने यहां अमेरिकी लोगों को हिरासत में ले सकता है। वॉल स्ट्रीट जर्नल ने मामले के जानकार लोगों के हवाले से कहा है कि चीनी अधिकारियों ने अमेरिका सरकार को कई चैनलों के जरिये यह चेतावनी दी है।

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अखबार ने लिखा, चीन ने अमेरिका को संदेश भिजवाया है कि उसे अमेरिकी अदालत में चीनी विद्वानों पर मुकदमा चलाना बंद कर देना चाहिए। ऐसा नहीं होने पर चीन में रह रहे अमेरिकियों पर चीनी कानून के उल्लंघन का मामला चलाया जाएगा। व्हाइट हाउस ने यह मामला विदेश विभाग के पास भेज दिया है, जिसने इस पर तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।

न्याय विभाग ने भी इस संबंध में पूछे गए सवालों का कोई जवाब नहीं दिया। वाशिंगटन स्थित चीनी दूतावास ने भी इस मामले में पूछे जाने पर कोई टिप्पणी नहीं की। उल्लेखनीय है कि अमेरिकी विदेश विभाग ने 14 सितंबर को एडवाइजरी जारी कर अमेरिकियों को चीन की यात्रा नहीं करने की सलाह दी थी।

उसने कहा था कि चीन सरकार अमेरिका और अन्य देशों के नागरिकों को हिरासत में लेकर विदेशी सरकारों के साथ सौदेबाजी करना चाहती है। डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन चीन पर अमेरिका की तकनीकी, सैन्य और रणनीतिक सूचनाओं की जानकारी हासिल करने के लिए साइबर गतिविधियां चलाने और जासूसी करने का आरोप लगाता रहा है।

मौजूदा वक्‍त में चीन से दुनिया के तमाम देश परेशान हैं। दक्षिणपूर्व के समुद्री तट पर पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की गतिविधियां तेज हो गई हैं। चीन ने ताइवान के नजदीक अत्याधुनिक मिसाइल तैनात की हैं। हालांकि चीन का कहना है कि उसने ताइवान से हमले की आशंका में ही ये तैयारियां शुरू की हैं।

वहीं कनाडा की रक्षा एजेंसी ने दावा किया है कि चीन की गतिविधियां पहले की अपेक्षा दो गुना बढ़ गई हैं। चीन के मार्निग पोस्ट की खबर के मुताबिक यहां पर डीएफ 11 और डीएफ 15 मिसाइल दशकों से तैनात थीं, अब डीएफ 17 हाइपरसोनिक मिसाइल तैनात की जा रही हैं। ये मिसाइल लंबी दूरी तक मार करने और सटीक निशाना लगाने में सक्षम हैं।

कनाडा स्थित कांबा रक्षा केन्द्र के अनुसार उपग्रह से ली गई तस्वीरों में स्पष्ट हो रहा है कि फूजियान और ग्वांगडोंग में चीन नौसेना और मिसाइल की क्षमता को बढ़ा रहा है। यहां मिसाइलों की संख्या पिछले कुछ वर्षो में दो गुना हो गई हैं। ये सब ताइवान को निशाने पर रखकर किया जा रहा है।  


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