चीन के नए स्पेस स्टेशन पर 3 माह के लिए जाएंगे 3 अंतरिक्ष यात्री, आज हुई घोषणा
अंतरिक्ष में सफलता के बाद चीन अब एक के बाद एक कदम बढ़ा रहा है। अब चीन अपने नए स्पेस स्टेशन पर तीन अंतरिक्षयात्रियों को तीन माह के लिए भेजने की योजना बना रहा है। इसका ऐलान सोमवार को किया गया।
बीजिंग, प्रेट्र। अपने नए स्पेस स्टेशन पर चीन (China) तीन अंतरिक्षयात्रियों (Astronauts) को तीन माह के लिए भेजने की योजना बना रहा है। इसका ऐलान सोमवार को किया गया। शनिवार को देश ने कार्गो स्पेसक्राफ्ट तियानझोउ-2 को लॉन्च किया।
चीन ने अपने अंतरिक्ष यान को अंतरिक्ष स्टेशन तियान्हे के लिए आपूर्ति और उपकरण लेकर रवाना किया है। लांग मार्च-7 वाई3 राकेट, जो तियांझू-2 को लेकर गया है, हेनान प्रांत के वेंचांग अंतरिक्ष यान प्रक्षेपण स्थल से रवाना हुआ। तियांझू-2 अंतरिक्ष यान अंतरिक्ष स्टेशन तियान्हे से मिल जाएगा। यह अंतरिक्ष केंद्र के लिए आपूर्ति, उपकरण और प्रोपलेंट लेकर गया। बता दें कि इसे तकनीकी कारणों से एक महीने की देरी से लांच किया गया है।
ग्लोबल टाइम्स के अनुसार, शुरुआती विलंब के बावजूद तियांझू-2 को पहले अंतरिक्ष केंद्र की आपूर्ति मिशन के लिए लांच कर दिया गया है। चीन ने अंतरिक्ष स्टेशन के मुख्य माड्यूल का 29 अप्रैल को सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया था। अगले साल के अंत तक चीन अंतरिक्ष में इस सुविधा का निर्माण पूरा कर लेना चाहता है। इसने अपने सबसे बड़े राकेट लांग मार्च-5बी से मुख्य माड्यूल का प्रक्षेपण किया था।
इसी माह चीन का रोवर मंगल ग्रह की सतह पर पहुंचने में कामयाबी हासिल की है। देश के पहले रोवर के साथ चीनी एयरक्राफ्ट मंगल ग्रह की सतह पर पहुंचा। ऑर्बिटर, लैंडर व रोवर (Zhuzhong rover) के साथ तियानवेन-1 (Tianwen-1) को 23 जून 2020 को लॉन्च किया गया था।
चीन की अंतरिक्ष एजेंसी 2022 के अंत तक कुल 11 प्रक्षेपणों की योजना बना रही है जो इस 70 टन के केंद्र तक दो और मॉड्यूल, आपूर्तियां और तीन सदस्य चालक दलों को पहुंचाएंगे। बीजिंग अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र (ISS) का हिस्सा नहीं है। बता दें कि चीन के कार्यक्रमों की गोपनीयता और उसके सैन्य संपर्कों को लेकर अमेरिका सतर्क रहता है। चीनी अंतरिक्ष वैज्ञानिकों का दावा किया है कि यह स्पेस स्टेशन इस साल के अंत से काम करना शुरू कर देगा। इसकी जीवन अवधि 15 साल आंकी गई है। चीनी कोर कैप्सूल की लंबाई 4.2 मीटर और डायामीटर 16.6 मीटर है।