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China Taiwan Tension: ताइवान बोला, चीन से खतरा बरकरार, ड्रैगेन की नौसेना के कई पोत अभी भी हैं तैनात

ताइवान की लोकतांत्रिक रूप से चुनी हुई सरकार का कहना है कि उनके देश पर चीन का शासन कभी नहीं रहा है इसलिए उसका उनके देश के भविष्य का फैसला करने या उस पर दावा करने का कोई अधिकार नहीं है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Thu, 11 Aug 2022 08:41 PM (IST)Updated: Thu, 11 Aug 2022 08:41 PM (IST)
China Taiwan Tension: ताइवान बोला, चीन से खतरा बरकरार, ड्रैगेन की नौसेना के कई पोत अभी भी हैं तैनात
ताइवान ने चीन के प्रस्तावित 'एक देश, दो प्रणाली शासन' माडल को भी खारिज कर दिया है।

ताइपे, एजेंसी। ताइवान की राष्ट्रपति त्साई इंग वेन ने गुरुवार को कहा कि चीन की ओर से ताकत के इस्तेमाल का खतरा कम नहीं हुआ है, भले ही उसका अब तक का सबसे बड़ा सैन्य अभ्यास कम हो गया है। पिछले हफ्ते अमेरिका की प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा के बाद चीन ने उसकी सीमा के निकट यह सैन्य अभ्यास शुरू किया था। ताइवान ने भी अपेक्षाकृत छोटा वार्षिक सैन्य अभ्यास शुरू कर दिया है, जिसका कार्यक्रम तनाव बढ़ने से पहले बनाया गया था। इसका मकसद किसी भी हमले का करारा जवाब देने की तैयारी है।

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अपना पूर्व निर्धारित वार्षिक सैन्य अभ्यास शुरू किया

राष्ट्रपति कार्यालय ने एक बयान जारी कर कहा है, 'ताइवान न तो संघर्ष को बढ़ाएगा और न ही विवाद को भड़काएगा। हम दृढ़ता से अपनी संप्रभुता व राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा करेंगे और लोकतंत्र एवं स्वतंत्रता की लक्ष्मण रेखा का पालन करेंगे।' सूत्रों का कहना है कि पिछले दिनों की अपेक्षा ताइवान स्ट्रेट की मध्य रेखा के नजदीक युद्धपोतों की संख्या में खासी कमी आई है, लेकिन चीन की नौसेना के कई पोतों को गुरुवार को ताइवान के पूर्वी तट और जापान के योनागुनी द्वीप के नजदीक देखा गया। योनागुनी ताइवान के सबसे निकट स्थित जापान का द्वीप है।

चीन के दावे और प्रस्ताव को नकारा

ताइवान की लोकतांत्रिक रूप से चुनी हुई सरकार का कहना है कि उनके देश पर चीन का शासन कभी नहीं रहा है इसलिए उसका उनके देश के भविष्य का फैसला करने या उस पर दावा करने का कोई अधिकार नहीं है। इसके साथ ही ताइवान ने चीन के प्रस्तावित 'एक देश, दो प्रणाली शासन' माडल को भी खारिज कर दिया है। ताइवान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि देश के भविष्य के बारे में फैसला सिर्फ उसके लोग ही कर सकते हैं।

चीन ने धमकाया

दूसरी ओर, बीजिंग में चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा कि एक दिन पुनर्मिलन अपरिहार्य है। उन्होंने कहा, 'हम शांतिपूर्ण एकीकरण के लिए काफी गुंजाइश छोड़ने के इच्छुक हैं, लेकिन हम ताइवान की स्वतंत्रता के लिए सभी प्रकार की अलगाववादी गतिविधियों के लिए कोई गुंजाइश नहीं छोड़ेंगे।' प्रवक्ता ने कहा, स्वतंत्रता और उकसावे के लिए बाहरी ताकतों के साथ मिलीभगत से केवल उनके स्वयं के पतन और आपदा की खाई में गिरने में तेजी आएगी। ताइवान की स्वतंत्रता की उनकी कोशिश कभी सफल नहीं होगी और राष्ट्रीय हितों से समझौते का कोई भी प्रयास पूरी तरह से विफल हो जाएगा।

चीन को न्यू नार्मल की अनुमति नहीं देगा अमेरिका : पेलोसी

एशिया की अपनी यात्रा पूरी करने के बाद नैंसी पेलोसी ने कहा कि अमेरिका चीन को सैन्य अभ्यास और युद्धक विमानों की घुसपैठ के माध्यम से ताइवान पर दबाव बनाने के लिए एक न्यू नार्मल (नया सामान्य) स्थापित करने की अनुमति नहीं दे सकता। साथ ही कहा, 'हम वहां चीन के बारे में बात करने नहीं गए थे। हम वहां ताइवान की सराहना करने गए थे। और हम वहां अपनी दोस्ती दिखाने और यह कहने गए थे कि चीन ताइवान को अलग-थलग नहीं कर सकता।' उन्होंने कहा कि इस यात्रा ने स्पष्ट रूप से बता दिया कि अमेरिका की एक स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत के लिए प्रतिबद्धता अडिग है।

चीन से कुछ शुल्क हटाने पर विचार कर रहा अमेरिका

ताइवान के आसपास चीन की गतिविधियों के बीच अमेरिका का बाइडन प्रशासन चीन से कुछ शुल्कों को हटाने या कुछ अन्य चीजों पर शुल्क लगाने पर विचार कर रहा है। सूत्रों का कहना है कि इन शुल्कों की वजह से चीन से आयात महंगा हो गया है। हालांकि व्हाइट हाउस ने इस बारे में कोई फैसला होने से इन्कार किया है।


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