चीन में फिर से कोरोना वायरस संक्रमण का दौर, हेबेई में रिपोर्ट किए गए नए मामले
कोरोना वायरस की शुरुआत चीन में 2019 के अंत में हुई थी और दो-तीन माह के भीतर ही इसने पूरी दुनिया को संक्रमित कर दिया। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 11 मार्च 2020 को इसे महामारी घोषित कर दिया था।
बीजिंग, रॉयटर्स। चीन के हेबेई प्रांत में कोरोना वायरस से संक्रमण के मामलों में बढ़त के कारण पाबंदी बढ़ा दी गई है। यह हेबेई प्रांत बीजिंग के पास है जहां अगले साल शीतकालीन ओलंपिक की मेजबानी करने वाला है। नेशनल हेल्थ कमीशन ने बुधवार को हेबेई प्रांत में 20 नए मामले दर्ज किए जिससे रविवार के बाद से प्रांत में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 39 हो गई है।
चीन में फिलहाल स्कूल बंद हैं और पर्यटकों को बीजिंग नहीं आने के लिए कहा गया है। चीन में कोविड-19 के 87,215 मामले दर्ज किए गए जबकि संक्रमण से 4,634 लोगों की मौत हुई। दुनिया के अनेक देशों की अर्थव्यवस्था काफी बुरे हाल में है। वहीं, दूसरी तरफ चीन ने दावा किया है कि उसने महामारी पर काबू पा लिया है और 2020 में वह एकलौती ऐसी बड़ी अर्थव्यवस्था रहा है जहां जीडीपी में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है।
हेबेइ (Hebei) में 43 कोविड संक्रमण के मामले हैं जो बगैर किसी लक्षण (asymptomatic) के हैं। ये मरीज SARS-CoV-2 वायरस से संक्रमित हैं लेकिन इनमें इस बीमारी के कोई लक्षण नहीं हैं। हेबेइ की राजधानी शिजियाझुआंग (Shijiazhuang) की जनसंख्या 11 मिलियन है और यहां 19 संक्रमितों की पुष्टि हुई है और 41 बगैर लक्षण वाले मामले सामने आए हैं।
बीजिंग के करीब हेबेइ प्रांत में कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर के संकेत मिलने के बाद चीनी अधिकारियों ने यात्रा प्रतिबंध लगा दिए हैं। इस प्रांत में मंगलवार को 20-30 नए स्थानीय संक्रमण के मामले सामने आए। बुधवार (Wednesday) को शिजियाझुआंग झेंगडिंग इंटरनेशनल एयरपोर्ट द्वारा जारी बयान के अनुसार, यात्रियों को सफर से पहले 72 घंटों के भीतर कराए गए कोविड-19 टेस्ट का नेगेटिव रिपोर्ट दिखाना होगा।
हेबेई के शिजियाझुआंग स्थित शियाओगुओझुआंग गांव (Xiaoguozhuang village) में पूर्ण लॉकडाउन लगाया गया है। शिजियाझुआंग में पार्सल डिलीवरी को तीन दिनों के लिए निरस्त कर दिया गया है। वर्ष 2019 के अंत में चीन के वुहान से ही कोरोना वायरस संक्रमण की शुरुआत हुई थी।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization, WHO) ने मंगलवार को बताया कि वे इस बारे में काफी निराश हैं कि चीन ने अब तक अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों की टीम को देश में कोरोना वायरस की उत्पत्ति को लेकर जांच की अनुमति नहीं दी है। हालांक चीन पर इस बात को लेकर दुनिया भर में आरोप लगाए गए हैं कि महामारी को लेकर इसने लापरवाही बरती।