Move to Jagran APP

चीन के रोवर ने पहली बार मंगल की सतह पर किया ड्राइव, ग्रह की सतह और वायुमंडल का करेगा अध्ययन

240-किलो वजनी झूरोंग में छह वैज्ञानिक उपकरण हैं। इसमें एक हाई-रिजाल्यूशन टोपोग्राफी कैमरा लगा है जो ग्रह की सतह और वायुमंडल का अध्ययन करेगा। सौर ऊर्जा से चलने वाला झूरोंग जीवन के प्राचीन संकेतों की भी तलाश करेगा।

By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Published: Sat, 22 May 2021 03:48 PM (IST)Updated: Sat, 22 May 2021 03:48 PM (IST)
चीन के रोवर ने पहली बार मंगल की सतह पर किया ड्राइव, ग्रह की सतह और वायुमंडल का करेगा अध्ययन
रोवर का नाम एक पौराणिक चीनी देवता के नाम पर झूरोंग रखा गया

बीजिंग, रायटर। रिमोट-नियंत्रित और मोटर चालित चीन के रोवर ने शनिवार को पहली बार मंगल की सतह पर ड्राइव किया। रोवर के आधिकारिक इंटरनेट मीडिया पोस्ट के अनुसार इसने चीनी समय के मुताबिक सुबह 10:40 बजे मंगल की सतह पर उतरना शुरू किया।

loksabha election banner

चीन अपने पहले मिशन में मंगल पर आर्बिटर, लैंडर और रोवर उतारने वाला पहला देश बन गया है। रोवर का नाम एक पौराणिक चीनी देवता के नाम पर झूरोंग रखा गया है।

240-किलो वजनी झूरोंग में छह वैज्ञानिक उपकरण हैं। इसमें एक हाई-रिजाल्यूशन टोपोग्राफी कैमरा लगा है, जो ग्रह की सतह और वायुमंडल का अध्ययन करेगा। सौर ऊर्जा से चलने वाला झूरोंग जीवन के प्राचीन संकेतों की भी तलाश करेगा। यह करीब तीन महीने तक काम करेगा।

चीन ने तियानवेन-1 अंतरिक्षयान को 23 जुलाई, 2020 को लांच किया था। इसमें आर्बिटर, लैंडर और रोवर शामिल हैं। सौर मंडल के किसी दूसरे ग्रह की ओर चीन का यह पहला कदम था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.