चीन में भारत, ब्रिटेन, फ्रांस समेत कई देशों के नागरिकों के प्रवेश पर लगी रोक
चीन ने कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के कारण भारत सहित कई देशों के लोगों की यात्रा पर रोक लगा दी है। यह बयान चीन के दूतावास की वेबसाइट ने जारी किया है। जिन अन्य लोगों की यात्रा पर प्रतिबंध लगाया गया है उनमें ब्रिटेन बेल्जियम और फिलीपींस शामिल हैं।
नई दिल्ली, एजेंसियां। भारत में चीनी दूतावास ने कहा है कि चीन ने भारत से विदेशी नागरिकों के देश में प्रवेश को अस्थायी रूप से निलंबित करने का फैसला लिया है। कोरोना महामारी को देखते हुए वैध वीजा या रेजिडेंस परमिट धारक विदेशी नागरिक चीन में प्रवेश नहीं कर सकेंगे। चीन ने जिन देशों के नागरिकों के प्रवेश पर रोक लगाने का फैसला लिया है उनमें भारत के अलावा ब्रिटेन, फ्रांस, बेल्जियम तथा फिलीपींस भी शामिल हैं। इस बीच, भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा है कि चीनी दूतावास द्वारा की गई घोषणा एक अस्थायी उपाय है। समय के साथ बदलाव किया जाएगा। यह कदम भारत केंद्रित नहीं है। कई अन्य देश भी ऐसे कदम की घोषणा कर चुके हैं।
नई दिल्ली में चीनी दूतावास ने एक नोट में कहा, 'कोविड-19 महामारी के कारण यह घोषणा की जाती है कि चीन ने भारत से विदेशी नागरिकों का अपने यहां प्रवेश अस्थायी रूप से निलंबित करने का फैसला लिया है। भारत में चीनी दूतावास, वाणिज्य दूतावास वैध चीनी वीजा या रेजिडेंस परमिट धारक के लिए स्वास्थ्य घोषणा फार्म पर मुहर नहीं लगाएगा।' यह नोट चीनी दूतावास की वेबसाइट पर पोस्ट किया गया है। इसमें स्पष्ट किया गया है कि इस प्रतिबंध में चीनी राजनयिक, सेवा, शिष्टाचार और सी वीजा धारक विदेशी प्रभावित नहीं होंगे। जिन अन्य लोगों की यात्रा पर प्रतिबंध लगाया गया है, उनमें ब्रिटेन, बेल्जियम और फिलीपींस शामिल हैं। बयान में कहा गया है कि चीनी दूतावास और वाणिज्य दूतावास देश में उपर्युक्त श्रेणियों के धारकों के लिए स्वास्थ्य घोषणा पत्र पर मुहर नहीं लगाएंगे।
संयुक्त राज्य अमेरिका, फ्रांस और जर्मनी के यात्रियों को अतिरिक्त स्वास्थ्य परीक्षण रिजल्ट पेश करना होगा। चीन ने ब्रिटेन से यात्रा करने वाले गैर चीनी नागरिकों को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है भले ही वे वैध वीजा और निवास परमिट रखते हों।
ब्रिटेन में चीनी दूतावास ने कहा कि महामारी के जवाब में किसी भी देश द्वारा लगाए गए सबसे कड़े सीमा प्रतिबंध लगाए हैं। बेल्जियम और फिलीपींस में चीनी दूतावासों ने दोनों देशों के यात्रियों पर प्रतिबंध की घोषणा करते हुए इसी तरह के बयान जारी किए हैं।
ब्रिटेन से गैर चीनी यात्रियों की अस्वीकृति आई क्योंकि इंग्लैंड ने गुरुवार से शुरू होने वाले एक महीने के लॉकडाउन में प्रवेश किया। ब्रिटेन में कोरोना वायरस से मौत का आंकड़ा यूरोप में सबसे अधिक है और यह रोजाना 20,000 से अधिक नए कोरोना वायरस मामलों से जूझ रहा है। बेल्जियम में कोरेाना के नए मामलों में यूरोप की प्रति व्यक्ति संख्या सबसे अधिक है, जबकि दक्षिण-पूर्व एशिया में फिलीपींस में इंडोनेशिया के बाद संक्रमणों और मौतों की संख्या सबसे अधिक है।
चीन ने रोक हटाते हुए 28 सितंबर को वैध निवास परमिट वाले सभी विदेशियों को प्रवेश की अनुमति दी थी। मार्च में चीन ने महामारी के जवाब में विदेशियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया था। चीन ने 6 नवंबर से संयुक्त राज्य अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी और थाईलैंड के सभी यात्रियों को एक न्यूक्लिक एसिड टेस्ट और कोरोना वायरस के खिलाफ एंटीबॉडी के लिए एक रक्त परीक्षण अनिवार्य कर दिया है।