2025 से कम होने लगेगी चीन की आबादी, उपभोग वाली वस्तुओं की मांग घटने का खतरा
चीन ने आबादी के कम होने के खतरे को भांपना शुरू कर दिया है। इसी के चलते तीन दशकों तक लागू रही वन चाइल्ड पॉलिसी को खत्म कर 2016 में दंपतियों को दो बच्चे पैदा करने की छूट दी गई।
बीजिंग, प्रेट्र। दुनिया का सबसे ज्यादा आबादी वाला देश चीन इस समय जन सांख्यिकी में बदलाव के दौर से गुजर रहा है। इसके चलते 2025 के बाद चीन की जनसंख्या कम होनी शुरू हो सकती है। इसका सीधा असर वहां की उपभोग वाली वस्तुओं की मांग कम होने पर पड़ सकता है। यह बात चीन के एक वरिष्ठ अर्थशास्त्री ने कही है।
चीन की आबादी करीब चार साल तक और दुनिया में सबसे ज्यादा बनी रह सकती है। इसके बाद इसका कम होना शुरू हो जाएगा। वरिष्ठ अर्थशास्त्री काई फेंग ने कहा है कि जब देश की आबादी कम होनी शुरू होगी तो स्वाभाविक रूप से वस्तुओं की मांग भी कम होनी शुरू हो जाएगी। बुजुर्गो की संख्या बढ़ेगी और बच्चों-युवाओं की संख्या कम होगी। इसलिए जरूरत है कि हम भविष्य में जन सांख्यिकी में होने वाले बदलाव के बारे में अभी से सोचना शुरू करें। काई का यह बयान चीन द्वारा जारी किए जाने वाले जनगणना के आंकड़ों से ठीक पहले आया है।
उल्लेखनीय है कि चीन ने आबादी के कम होने के खतरे को भांपना शुरू कर दिया है। इसी के चलते तीन दशकों तक लागू रही वन चाइल्ड पॉलिसी को खत्म कर 2016 में दंपतियों को दो बच्चे पैदा करने की छूट दी गई। लेकिन तेजी से विकास कर रहे चीन में युवाओं को अब उसमें दिक्कत महसूस हो रही है। वे अब शादी और बड़े परिवार के झंझटों से मुक्त रहना चाहते हैं।