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गृह मंत्री अमित शाह के अरुणाचल प्रदेश दौरे पर चीन ने जताई आपत्ति, बताया क्षेत्रीय संप्रभुता का उल्लंघन

भारत के गृह मंत्री अमित शाह ने आज चीन-भारत सीमा के पूर्वी सेक्टर जाकर अरुणाचल प्रदेश के स्थापना दिवस से जुड़े कार्यक्रम में भाग लिया। इस पर चीन ने आपत्ति जताई है।

By Shashank PandeyEdited By: Published: Thu, 20 Feb 2020 01:27 PM (IST)Updated: Thu, 20 Feb 2020 01:57 PM (IST)
गृह मंत्री अमित शाह के अरुणाचल प्रदेश दौरे पर चीन ने जताई आपत्ति, बताया क्षेत्रीय संप्रभुता का उल्लंघन
गृह मंत्री अमित शाह के अरुणाचल प्रदेश दौरे पर चीन ने जताई आपत्ति, बताया क्षेत्रीय संप्रभुता का उल्लंघन

बीजिंग, प्रेट्र। भारत के गृह मंत्री अमित शाह ने आज भारत-चीन सीमा के पूर्वी सेक्टर जाकर अरुणाचल प्रदेश की प्रदेश के स्थापना दिवस से जुड़े कार्यक्रम में भाग लिया। चीन ने गृह मंत्री अमित शाह के अरुणाचल प्रदेश दौरे पर आपत्ति जताई है। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक दक्षिण तिब्बत के हिस्से के रूप में अरुणाचल प्रदेश का दावा करने वाले चीन ने गृह मंत्री अमित शाह की यात्रा का विरोध किया है। चीन ने इसे क्षेत्रीय संप्रभुता का उल्लंघन बताते हुए इसे परस्पर राजनीति विश्वास तोड़ने जैसा बताया है।

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गौरतलब है कि चीन हमेशा से भारतीय नेताओं के पूर्वोत्तर राज्य में स्थित अरुणाचल प्रदेश के दौरे पर आपत्ति जताता रहा है। चीन इस इलाके पर अपने कब्जे को दिखाने की नापाक कोशिश करता रहता है।

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने गुरुवार को एक सवाल का जवाब देते हुए ऑनलाइन मीडिया ब्रीफिंग में कहा, 'भारत-चीन सीमा के पूर्वी क्षेत्र पर चीन की स्थिति या चीन के तिब्बत क्षेत्र के दक्षिणी हिस्से पर स्थिति स्पष्ट है।' गेंग शुआंग ने आगे कहा, 'चीन के तिब्बत क्षेत्र के दक्षिणी हिस्से में भारतीय नेताओं के दौरे का कड़ा विरोध किया है क्योंकि इससे चीन की क्षेत्रीय संप्रभुता का उल्लंघन होता है। इसने भारत-चीन सीमा क्षेत्र की स्थिरता को कम कर दिया है और पारस्परिक राजनीतिक विश्वास को तोड़ दिया है। इसने प्रासंगिक द्विपक्षीय समझौते का उल्लंघन किया है।'

क्या है विवाद ?

गौरततल है कि भारत-चीन सीमा विवाद 3,488 किलोमीटर लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) को कवर करता है। चीन अरुणाचल प्रदेश को दक्षिणी तिब्बत का हिस्सा बताता है, जिसका भारत ने हमेशा से विरोध किया है।भारत, अरुणाचल प्रदेश को अपना अभिन्न अंग मानता है। भारत और चीन ने सीमा विवाद को सुलझाने के लिए अब तक 22 बार प्रतिनिधियों की विशेष वार्ता की है।बता दें, 20 फरवरी को अरुणाचल प्रदेश का राज्य स्थापना दिवस है, इसी दिन वह केंद्र शासित प्रदेश से पूर्ण राज्य बन गया।


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