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चीन ने स्थापित किया पूरी दुनिया पर निगरानी करने वाला उपग्रह, किसी भी इलाके की नजदीक से ले सकता है तस्वीर

दुनिया पर धौंस जमाने के लिए चीन कोई कोर कसर बाकी नहीं रख रहा है। चीन ने अब ऐसा उपग्रह स्‍थापित किया है जो पूरी दुनिया पर निगरानी रख सकेगा। इसके जरिए पृथ्वी के किसी भी क्षेत्र की नजदीक से तस्वीर ली जा सकती हैं। पढ़ें यह रिपोर्ट...

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Sun, 06 Dec 2020 05:17 PM (IST)Updated: Mon, 07 Dec 2020 03:52 AM (IST)
चीन ने स्थापित किया पूरी दुनिया पर निगरानी करने वाला उपग्रह, किसी भी इलाके की नजदीक से ले सकता है तस्वीर
चीन ने ऐसा स्थापित किया है जो पूरी दुनिया पर निगरानी रख सकेगा। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

बीजिंग, पीटीआइ। चीन ने अब ऐसा उपग्रह अंतरिक्ष में स्थापित किया है जो पूरी दुनिया पर निगरानी रख सकेगा। इस उपग्रह के माध्यम से पृथ्वी के किसी भी क्षेत्र की नजदीक से तस्वीर ली जा सकती हैं। इधर चीन के भेजे चांग-5 ने चंद्रमा से नमूने ले लिए हैं और अब वह पृथ्वी पर वापसी के लिए तैयार है।

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निगरानी उपग्रह गाओफेन-14 को शीचांग सेटेलाइट सेंटर से छोड़ा गया था। इसको मार्च-3बी राकेट के माध्यम से अंतरिक्ष में स्थापित किया गया है। गाओफेन सबसे उन्नत किस्म का उपग्रह है और यह पृथ्वी के किसी भी क्षेत्र की पूरी भौगोलिक जानकारी, उसकी सटीक तस्वीरें लेने में सक्षम है। चीन ने 24 नवंबर को चांग-5 नाम के बड़े राकेट को चंद्रमा पर भेजा था। इसका नाम चीन की चंद्रमा की देवी के नाम पर रखा गया है।

चांग-5 को चंद्रमा की सतह से नमूने लेने थे, यह काम उसने पूरा कर लिया है। अब यह पृथ्वी पर वापस लौटने को तैयार है। इसने लगभग दो किग्रा वजन के नमूने एकत्रित किए हैं। अंतरिक्ष उपग्रह केन्द्र के उप-निदेशक ने बताया कि मानव रहित राकेट भेजने के लिए जटिल तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। यह चीन का चुनौती भरा अभियान था, जिसे अब पूरा करने जा रहे हैं। यह 40 साल के इतिहास में चंद्रमा से सैंपल लाने का पहला अभियान है।

अभियान की सफलता के बाद चीन रूस और अमेरिका के बाद तीसरा देश हो जाएगा। पचास साल पहले यूएस अपोलो मिशन में चंद्रमा से सफलतापूर्वक सैंपल लाए गए थे। ये सैंपल मंगोलिया में इस माह के अंत तक लौटने की संभावना है। सैंपल के अध्ययन के बाद चंद्रमा की उत्पत्ति से संबंधित बहुत से रहस्यों को पता किया जा सकेगा। 

वहीं दूसरी ओर जापान ने पृथ्वी से 30 करोड़ किलोमीटर की दूरी पर स्थित रियूगू नामक क्षुद्रग्रह से सैंपल (नमूने) लाने में बड़ी सफलता हासिल की है। जापान ने यह मिशन छह साल पहले शुरू किया था। इस मिशन में हायाबूसा-2 अंतरिक्ष यान को भेजा गया था। जापान की अंतरिक्ष एजेंसी ने ऑस्ट्रेलिया के वूमेरा के पास लैंड हुए इस कैप्सूल में आए सैंपलों को प्राप्त कर लिया। इस मिशन में ऑस्ट्रेलिया के विज्ञानियों ने भी मदद की। 


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