दक्षिण चीन सागर में बढ़ी तनातनी, चीन ने तैनात कीं क्रूज मिसाइलें
खुफिया सूत्रों के हवाले से अमेरिकी मीडिया ने किया दावा। दक्षिण चीन सागर के इन द्वीपों पर वियतनाम, ताइवान समेत कई एशियाई देश भी दावा जताते रहे हैं।
वाशिंगटन, रायटर : अमेरिकी मीडिया ने दावा किया है कि चीन ने दक्षिण चीन सागर में अपने तीन ठिकानों पर जहाजरोधी क्रूज मिसाइलें और जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली तैनात कर दी है। अमेरिकी न्यूज नेटवर्क सीएनबीसी ने अमेरिकी खुफिया सूत्रों के हवाले से यह दावा किया है। इसकी पुष्टि होती है तो यह विवादित क्षेत्र में स्थित छोटे द्वीपों पर चीन की मिसाइल प्रणाली की पहली तैनाती होगी।
ये मिसाइलें कीं तैनात : सीएनबीसी की रिपोर्ट के अनुसार चीन ने वाय जे-12बी जहाजरोधी मिसाइल तैनात की हैं, जो 295 समुद्री मील की दूरी तक जहाजों पर हमला कर सकती है। सतह से हवा में मार करने वाली एच क्यू-9बी मिसाइल भी तैनात की गई है जो 160 समुद्री मील तक विमानों, ड्रोन और क्रूज मिसाइलों पर हमला कर सकती है।
कई देशों का दावा : दक्षिण चीन सागर के इन द्वीपों पर वियतनाम और ताइवान समेत कई एशियाई देश भी दावा जताते रहे हैं। इस रिपोर्ट पर चीन के रक्षा मंत्रालय ने तुरंत कोई जवाब नहीं दिया है। चीन कहता रहा है कि छोटे द्वीपों पर सैन्य सुविधाओं की स्थापना अपनी रक्षा के लिए है और वह अपने क्षेत्र में चाहे जो कर सकता है।
तीस दिनों में तैनाती : सीएनबीसी ने किसी सूत्र का नाम लिए बिना कहा, अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट के अनुसार पिछले 30 दिनों में मिसाइलें फेरी क्रॉस रीफ, सुबी रीफ और मिसचीफ रीफ ले जाई गई हैं। अमेरिकी रक्षा विभाग ने इस रिपोर्ट पर टिप्पणी करने से यह कहते हुए मना कर दिया कि वह खुफिया मामलों पर टिप्पणी नहीं करता। दक्षिण चीन सागर मामलों के विशेषज्ञ ग्रेग पोलिंग ने कहा, यह पहली मिसाइल तैनाती है और महत्वपूर्ण है। यह दक्षिण चीन सागर में चीन के प्रभुत्व की दिशा में बड़ा कदम है।