दोबारा नेपाल का राष्ट्रपति बनने पर चीन ने विद्या देवी भंडारी को दी बधाई
56 वर्षीय भंडारी ने पहली बार 2015 में नेपाल का राष्ट्रपति पद संभाला था। मंगलवार को कुमारी लक्ष्मी राय को 27,545 वोटों के बड़े अंतर से हराया।
बीजिंग, आइएएनएस। नेपाल की पहली महिला राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी को दूसरी बार देश का राष्ट्रपति चुन लिया गया है। इसको लेकर बधाई देते हुए चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लु कांग ने उम्मीद जताई है कि भंडारी और नेपाली सरकार के नेतृत्व में देश उपलब्धियां हासिल करने का सिलसिला जारी रखेगा।
गौरतलब है कि चीन इन दिनों नेपाल से नजदीकियां बढ़ा रहा है। शिन्हुआ न्यूज एजेंसी के अनुसार, लु कांग ने कहा कि चीन के लिए सिनो-नेपाल संबंध बेहद महत्वपूर्ण हैं और वह परस्पर सहयोग को मजबूत बनाने के लिए नेपाल के साथ काम करने को इच्छुक है।
आपको बता दें कि 56 वर्षीय भंडारी ने पहली बार 2015 में नेपाल का राष्ट्रपति पद संभाला था। उन्होंने मंगलवार को हुए चुनाव में नेपाली कांग्रेस की नेता कुमारी लक्ष्मी राय को 27,545 वोटों के बड़े अंतर से हराया। भंडारी और राय को क्रमश: 39,275 और 11,730 वोट मिले।
वर्तमान राष्ट्रपति को सत्तारुढ़ वाम गठबंधन कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल -यूनिफाइड मार्कसिस्ट- लेनिनिस्ट (सीपीएन-यूएमएल) और सीपीएन (माओवादी) के साथ संघीय समाजवादी फोरम-नेपाल और कई अन्य छोटी पार्टियों ने भी समर्थन दिया था।
नेपाल के राष्ट्रपति का कार्यकाल पांच साल के लिए होता है। कोई भी व्यक्ति अधिकतम दो बार के लिए इस पद पर आसीन हो सकता है। राष्ट्रपति चुनाव में सांसद के साथ प्रांतीय विधानसभा के सदस्य भी भाग लेते हैं। सांसदों का वोट 79 के बराबर और विधानसभा के सदस्यों का वोट 48 के बराबर माना जाता है।