चीन ने अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल से किया हमले का अभ्यास
चीन के सरकारी टीवी चैनल चाइना सेंट्रल टेलीविजन (सीसीटीवी) के अनुसार, आइसीबीएम से हमले का अभ्यास पीएलए की रणनीतिक मिसाइल ऑपरेटर रॉकेट फोर्स ने किया।
बीजिंग, प्रेट्र। अपनी युद्धक क्षमताएं बढ़ाने की कवायद में चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (आइसीबीएम) से हमले का अभ्यास किया है। यह अभ्यास एक भूमिगत बंकर में काल्पनिक दुश्मन के खिलाफ किया गया।
चीन के सरकारी टीवी चैनल चाइना सेंट्रल टेलीविजन (सीसीटीवी) के अनुसार, 'आइसीबीएम से हमले का अभ्यास पीएलए की रणनीतिक मिसाइल ऑपरेटर रॉकेट फोर्स ने किया।' हालांकि यह उजागर नहीं किया गया कि यह अभ्यास कब और कहां किया गया था। पीएलए ने तीन साल पहले रॉकेट फोर्स का गठन तब किया था जब राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने करीब 20 लाख सैनिकों वाली चीनी सेना के आधुनिकरण के प्रयास तेज किए थे।
सीसीटीवी ने आइसीबीएम अभ्यास से जुड़ी अपनी रिपोर्ट में कहा कि युद्ध शुरू होने की स्थिति में सैनिकों के लिए जवाबी हमले की क्षमता सुनिश्चित करने के लिए इस तरह का अभ्यास नियमित रूप से किया जा रहा है। जबकि सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने सैन्य विशेषज्ञ सांग झोंगपिंग के हवाले से कहा, चीन की रणनीतिक मिसाइलें आमतौर पर भूमिगत और सुरक्षित बंकरों में तैनात की गई हैं। जैसा कि चीन का वादा है कि वह परमाणु हथियार का पहले इस्तेमाल नहीं करेगा और जवाबी हमले में ही इनका उपयोग किया जाएगा। इसलिए दुश्मन के परमाणु हमले की सूरत में इन रणनीतिक मिसाइलों के भंडारण केंद्रों का सुरक्षित रखा जाना जरूरी है।
अमेरिका तक मार कर सकती है आइसीबीएम
ग्लोबल टाइम्स के अनुसार, चीन की आइसीबीएम 12 हजार किलोमीटर तक उड़ान भर सकती है और अमेरिका में स्थित किसी भी लक्ष्य को भेद सकती है। सांग ने कहा कि चीन के पास आइसीबीएम की तीन पीढि़यां डीएफ-5, डीएफ-31 और डीएफ-41 हैं। ये सभी दस हजार किलोमीटर से ज्यादा दूरी वाले लक्ष्यों को भेदने की क्षमता रखती हैं।