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चीन की 'बेल्‍ट एंड रोड इनिशिएटिव' ने पाक समेत 8 देशों में बढ़ाया ऋण संकट

सेंटर फॉर ग्‍लोबल डेवलपमेंट ने बीआरआई द्वारा वित्‍तपोषित परियोजनाओं की मेजबानी करने वाले 68 देशों के मौजूदा और भावी ऋण स्‍तर का मूल्‍यांकन किया है।

By Pratibha KumariEdited By: Published: Tue, 20 Mar 2018 10:05 AM (IST)Updated: Tue, 20 Mar 2018 11:15 AM (IST)
चीन की 'बेल्‍ट एंड रोड इनिशिएटिव' ने पाक समेत 8 देशों में बढ़ाया ऋण संकट
चीन की 'बेल्‍ट एंड रोड इनिशिएटिव' ने पाक समेत 8 देशों में बढ़ाया ऋण संकट

बीजिंग, एएनआइ। चीन की बेल्‍ट एंड रोड इनिशिएटिव (बीआरआई) ने आठ देशों में ऋण स्थिरता को लेकर गंभीर रूप से चिंताएं बढ़ा दी हैं। एक हालिया अध्‍ययन में यह बात सामने आई है। बीआरआई का मकसद यूरोप, अफ्रीका और एशिया में आधारभूत परियोजनाओं पर आठ ट्रिलियन डॉलर खर्च करना है।

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सेंटर फॉर ग्‍लोबल डेवलपमेंट ने बीआरआई द्वारा वित्‍तपोषित परियोजनाओं की मेजबानी करने वाले 68 देशों के मौजूदा और भावी ऋण स्‍तर का मूल्‍यांकन किया है। इससे खुलासा हुआ है कि आठ देशों पर ऋण संकट का खतरा मंडरा रहा है और बीआरआई संबंधित भावी वित्तपोषण निश्चित रूप से इस संकट को और बढ़ाने वाला है। इन आठ देशों में जिबूती, किर्गिस्तान, लाओस, मालदीव, मंगोलिया, मोंटेनेग्रो, पाकिस्तान और ताजिकिस्तान शामिल हैं।

अध्‍ययन के अनुसार, ऋण संकट से निपटने को लेकर चीन का ट्रैक रिकाॅर्ड समस्‍या से भरा रहा है। एक अध्‍ययनकर्ता स्‍कॉट मॉरिस ने कहा कि हमारे शोध से साफ है कि चीन को नए मानकों को अपनाने और अपने ऋण संबंधी नियमों में जल्‍द सुधार करने की जरूरत है। अध्ययन यह सिफारिश भी की गई है कि चीन बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव को बहुपक्षीय रूप दे।

सेंटर फॉर ग्‍लोबल डेवलपमेंट ने हाल ही में वन बेल्‍ट वन रोड के प्रभाव पर अपना विश्‍लेषण प्रकाशित किया था, जिससे कहा गया था कि कई देशों ने चीन पर निर्भरता बढ़ा दी है और उनके ऋण स्‍तर में भी भारी बढ़ोतरी देखने को मिली है।


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