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चीन ने अमेरिका को चेताया, कहा- तिब्बत, हांगकांग में अलगाववादियों को समर्थन देना बंद करे

चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने ने कहा है कि बाइडन प्रशासन से ताइवान तिब्बत हांगकांग और शिनजियांग में अलगाववादी ताकतों पर रोक लगाने को कहा है। उन्‍होंने कहा कि हम जानते हैं कि अमेरिका का नया प्रशासन अपनी विदेश नीति की समीक्षा और आकलन कर रहा है।

By Ramesh MishraEdited By: Published: Mon, 22 Feb 2021 02:35 PM (IST)Updated: Mon, 22 Feb 2021 02:37 PM (IST)
चीन ने अमेरिका को चेताया, कहा- तिब्बत, हांगकांग में अलगाववादियों को समर्थन देना बंद करे
चीन ने अमेरिका को चेताया, कहा- तिब्बत, हांगकांग में अलगाववादियों को समर्थन देना बंद करे। फाइल फोटो।

बीजिंग, एजेंसी।  चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने अमेरिका से कहा है कि वह सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (सीपीसी) और उसकी एकल पार्टी राजनीतिक व्यवस्था की छवि खराब नहीं करे। बीजिंग ने वाशिंगटन से कारोबार और लोगों के बीच संपर्क पर रोक हटाने का भी आग्रह किया है। इसके अलावा बाइडन प्रशासन से ताइवान, तिब्बत, हांगकांग और शिनजियांग में अलगाववादी ताकतों पर रोक लगाने को कहा है।

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चीनी विदेश मंत्रालय ने दिया सख्‍त बयान

विदेश मंत्रालय के एक मंच से अमेरिका-चीन संबंधों पर वांग का यह बयान ऐसे वक्त में आया है जब चीन अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन पर उनके पूर्ववर्ती डोनाल्ड ट्रंप द्वारा उठाए गए टकराव पैदा करने वाले कदमों को वापस लेने का दबाव बना रहा है। इनमें कारोबार और प्रौद्योगिकी से संबंधित शिकायतें शामिल हैं जिनकी वजह से ट्रंप ने 2017 में चीन से आयातित वस्तुओं पर कर बढ़ा दिया था या चीनी प्रौद्योगिकी कंपनियों एवं शैक्षणिक कार्यक्रमों के आदान-प्रदान पर प्रतिबंध लगा दिया था। ट्रंप ने ताइवान के साथ सैन्य एवं राजनयिक संबंधों को भी बढ़ाया, जिसे चीन अपना क्षेत्र बताता है। ट्रंप ने शिनजियांग में मुस्लिम अल्पसंख्यकों के खिलाफ अत्याचार और हांगकांग में आजादी को दबाने का आरोप लगाते हुए चीनी अफसरों पर भी प्रतिबंध लगाया था।

उम्मीद है कि बाइडन प्रशासन पक्षपातपूर्ण रवैया छोड़ेगा

वांग ने 'लैंटिंग फोरम में राजनयिकों, विशेषज्ञों और पत्रकारों से कहा, हम जानते हैं कि अमेरिका का नया प्रशासन अपनी विदेश नीति की समीक्षा और आकलन कर रहा है, इसलिए हम उम्मीद करते हैं कि अमेरिका के नीति निर्माता समय के साथ तालमेल बनाएंगे, दुनिया के रुख को देखेंगे, पक्षपातपूर्ण रवैया को छोड़ेंगे। इतना ही नहीं गैर जरूरी संदेह नहीं करेंगे और चीन-अमेरिका संबंधों में बेहतर प्रगति सुनिश्चित करने के लिए चीन को लेकर पुरानी नीति पर लौटेंगे। बता दें कि राष्ट्रपति बाइडन ने भी चीन के साथ फिर से रिश्ते सुधारने और अमेरिकी कूटनीति में नरमी लाने पर जोर दिया है। हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि वह चीन को लेकर अमेरिका की नीतियों में कोई बदलाव करेंगे या नहीं।

बीजिंग ने कहा, हम नहीं लेना चाहते अमेरिका की जगह

वांग ने कहा, 'हम ना तो अमेरिका को चुनौती देना चाहते हैं और ना ही उसका स्थान लेना चाहते हैं। हम शांतिपूर्ण सह अस्तित्व के साथ वैश्विक बिरादरी में रहना चाहते हैं और अमेरिका के साथ मिलकर विकास के रास्ते पर आगे बढ़ना चाहते हैं। हमें उम्मीद है कि अमेरिका बीजिंग के मूल हितों, राष्ट्रीय गरिमा का सम्मान करेगा।'


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