ताइवान के साथ अमेरिका के बढ़ते संबंधों से भड़का चीन- अधिकारियों को दी कड़ी चेतावनी
चीनी ने कहा कि चीन अमेरिका और ताइवान के बीच वार्ता की निंदा करता है और इसका कड़ा विरोध करता है। चीनी ने ताइवान के अधिकारियों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि विदेशी समर्थन का कोई भी प्रयास घातक साबित हो सकता है।
बीजिंग, एएनआइ। ताइवान के साथ अमेरिका के बढ़ते संबंधों से चीन भड़क गया है। संयुक्त राज्य अमेरिका और ताइवान के बीच चल रही वार्ता से नाराज चीन ने वाशिंगटने से ताइवान के साथ संबंधों को बढ़ाना बंद करने के लिए कहा है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि चीन इस वार्ता की निंदा करता है और इसका कड़ा विरोध करता है।
झाओ लिजियन ने कहा कि अमेरिका को एक-चीन सिद्धांत और तीन चीन-अमेरिका संयुक्त विज्ञप्ति की शर्तों का ईमानदारी से पालन करना चाहिए और ताइवान के साथ संबंधों को बढ़ाना बंद कर देना चाहिए। वाशिंगटन को ताइवान के साथ किसी भी प्रकार की आधिकारिक बातचीत और संपर्क को रोकना चाहिए। चीनी प्रवक्ता ने ताइवान के अधिकारियों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका और अन्य विदेशी समर्थन का कोई भी प्रयास खतरनाक साबित हो सकता है।
इस सप्ताह की शुरुआत में आर्थिक विकास, ऊर्जा और पर्यावरण के अवर सचिव जोस डब्ल्यू फर्नांडीज ने ताइवान में अमेरिकी संस्थान (एआइटी) और दूसरे वार्षिक यूएस-ताइवान आर्थिक समृद्धि भागीदारी वार्ता (इपीपीडी) का नेतृत्व किया। अमेरिकी विदेश विभाग ने एक बयान में कहा कि दोनों पक्षों ने सहयोग को गहरा करने और दोनों अर्थव्यवस्थाओं के बीच आर्थिक साझेदारी को मजबूत करने के अवसर के रूप में वार्ता का स्वागत किया।
बता दें कि बीजिंग ताइवान पर पूर्ण संप्रभुता का दावा करता है। इस तथ्य के बावजूद कि दोनों पक्ष सात दशकों से अधिक समय से अलग-अलग शासित हैं। ताइपे ने अमेरिका सहित अन्य देशों के साथ रणनीतिक संबंध बढ़ाकर चीनी आक्रामकता का मुकाबला किया है, जिसका बीजिंग द्वारा बार-बार विरोध किया गया है।