चीन, उत्तर कोरिया ने खोली नई सीमा, परमाणु विकिरण की पहचान के लिए लगाया गेट
जियान शहर की वेबसाइट पर प्रकाशित बयान में यह जानकारी दी गई है।
बीजिंग (एएफपी/पीटीआइ)। परमाणु प्रतिबंधों में राहत को लेकर अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच बातचीत पटरी से उतरने के बावजूद चीन के एक शहर ने उत्तर कोरिया के लिए एक नई सीमा खोली है। इस सीमा में परमाणु विकिरण की पहचान के लिए उपकरण ( न्यूक्लियर डिटेक्टर) लगाए गए हैं। उत्तर पूर्व के जियान शहर में सोमवार को यह नई राजमार्ग सीमा खोली गई। जियान शहर की वेबसाइट पर प्रकाशित बयान में यह जानकारी दी गई है।
इसमें कहा गया, 'तीन साल के निरंतर प्रयासों के बाद चीन उत्तर कोरिया जियान - मैनपो राजमार्ग बंदरगाह को खोला गया है।' इस परियोजना की लागत 28 करोड़ युआन (4.2 करोड़ डॉलर) है। इस मार्ग से सालाना 5,00,000 टन उत्पाद और 2,00,000 लोगों के सीमा पार करने की उम्मीद है।
2016 और 2017 में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की ओर से उत्तर पर लगाए गए संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों ने दोनों देशों के सहयोगियों के बीच व्यापार को बढ़ा दिया है। उद्घाटन समारोह के बाद 120 यात्रियों ने सीमा को पार किया।
चीन अब तक उत्तर का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है। हालांकि प्योंगयांग ने खुद का कोई आर्थिक आंकड़ा प्रकाशित नहीं किया है, चीनी सीमा शुल्क के आंकड़े बताते हैं कि 2016 के बाद से चीन में निर्यात 90 फीसद से अधिक गिर गया है, जो पिछले साल 213 मिलियन डॉलर तक कम हो गया था।
दोनों देश के बीच हाल के वर्षों में संबंधों में सुधार आया है, जिसके चलते चीन के पर्यटन विभाग ने उत्तर कोरिया के लिए दरवाजे खोले हैं। इस मार्ग में परमाणु विकिरण की पहचान के लिए गेट भी लगाया गया। चीन उत्तर कोरिया की परमाणु गतिविधियों से किसी तरह के खतरे को लेकर लंबे समय से चिंतित है। सितंबर 2017 में सीमा पार बम परीक्षण के बाद जिलिन शहर में भूकंप आ गया था। चीन के साथ उत्तर कोरियाई व्यापार के लिए मुख्य रास्ता पारंपरिक रूप से दक्षिण में चीनी सीमावर्ती शहर दांडोंग से होकर जाती है।