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कोरोना की उत्‍पत्ति का पता लगाने के लिए WHO के विशेषज्ञों की टीम को चीन ने दी इजाजत

कोरोना वायरस की उत्‍पत्ति के बारे में पता लगाने के लिए चीन ने WHO के विशेषज्ञों की टीम को बीजिंग आने की इजाजत दे दी है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Wed, 08 Jul 2020 06:00 PM (IST)Updated: Thu, 09 Jul 2020 01:50 AM (IST)
कोरोना की उत्‍पत्ति का पता लगाने के लिए WHO के विशेषज्ञों की टीम को चीन ने दी इजाजत
कोरोना की उत्‍पत्ति का पता लगाने के लिए WHO के विशेषज्ञों की टीम को चीन ने दी इजाजत

बीजिंग, एएनआइ। चीन ने कहा है कि कोरोना वायरस की उत्‍पत्ति के बारे में पता लगाने के लिए उसने WHO के विशेषज्ञों की टीम को बीजिंग आने की इजाजत दे दी है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजिन (Zhao Lijian) ने कहा कि सरकार की सहमति के बाद विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन (World Health Organization, WHO) बीजिंग में विशेषज्ञों की एक टीम भेजेगा जो कोरोना वायरस की उत्पत्ति की जांच करेगी। मालूम हो कि अमेरिका समेत दुनिया के तमाम मुल्‍क कोरोना संक्रमण को दुनियाभर में फैलने देने को लेकर चीन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते रहे हैं। 

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अभी एक पहले ही अमेरिकी राष्‍ट्रपति ट्रंप ने कहा था कि चीन के कारण अमेरिका और बाकी दुनिया को भारी क्षति पहुंची है। चीन ने कोरोना वायरस की जानकारी दुनिया से छिपाई इस‍ीलिए इसका प्रसार तेजी से हुआ। ट्रंप ने ट्वीट किया, 'जैसे-जैसे मैं पूरी दुनिया में महामारी का भद्दा रूप फैलते देख रहा हूं जिसमें अमेरिका को महामारी से हुई भारी क्षति भी शामिल है, वैसे-वैसे चीन के प्रति मेरा गुस्सा बढ़ता जाता है। चीन के कारण अमेरिका और बाकी दुनिया को भारी क्षति पहुंची।'

यही नहीं अमेरिका ने कोरोना संकट पर डब्ल्यूएचओ की भूमिका पर भी सवाल उठाए थे। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि डब्ल्यूएचओ बहुत जरूरी सुधार करने में विफल रहा है। ट्रंप ने कोरोना को लेकर डब्ल्यूएचओ पर चीन का पक्ष लेने का भी आरोप लगाया था। अमेरिका ने कहा था कि डब्ल्यूएचओ ने विश्व को गुमराह किया जिससे दुनिया भर में लाखों लोगों की मौत हुई। डब्ल्यूएचओ पर ट्रंप प्रशासन की नाराजगी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उसने औपचारिक रूप से डब्ल्यूएचओ से सभी संबंध तोड़ लिए हैं। 

बीते दिनों समाचार एजेंसी एपी ने अपनी एक रिपोर्ट में कोरोना संक्रमण में चीन की भूमिका को लेकर सनसनीखेज खुलासे किए थे। समाचार एजेंसी दस्‍तावेजों के हवाले से दावा किया था कि चीन ने कोरोना के बारे में जानकारी देने में काफी देरी की। चीनी अधिकारियों ने कोरोना के जीनोम के बारे में तब बताया जब जब एक हफ्ते पहले ही दुनिया के कई देश अपनी-अपनी प्रयोगशालाओं में इस जानलेवा वायरस की आनुवंशिकी का खुलासा कर चुके थे।विस्‍तृत रिपोर्ट पढ़ने के लिए क्लिक करें यह लिंक- चीन ने देर से दी थी कोरोना पर जानकारियां 


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