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Ban on E Cigarettes: अमेरिका और भारत के बाद अब चीन पाबंदी लगाने को तैयार

Ban on E Cigarettes अमेरिका और भारत के बाद अब चीन ई सिगरेट पर प्रतिबंध लगाने की तैयारी में है। चीन ने यह फैसला ई सिगरेट के चलते होने वाली बीमारियों की वजह से लिया है।

By TaniskEdited By: Published: Tue, 24 Sep 2019 01:09 PM (IST)Updated: Tue, 24 Sep 2019 01:22 PM (IST)
Ban on E Cigarettes: अमेरिका और भारत के बाद अब चीन पाबंदी लगाने को तैयार
Ban on E Cigarettes: अमेरिका और भारत के बाद अब चीन पाबंदी लगाने को तैयार

बीजिंग, एपी। अमेरिका और भारत के बाद अब चीन ई सिगरेट पर प्रतिबंध लगाने की तैयारी में है। चीन के एक राज्य समाचार एजेंसी के अनुसार देश इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट में इस्तेमाल होने वाले तरल पदार्थ और अन्य चीजों पर रोक लगाने की तैयारी कर रहा है। चीन ने यह फैसला ई सिगरेट के चलते होने वाली बीमारियों और मौत को लेकर जताई गई वैश्विक चिंता की वजह से लिया है।

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जानकारी के अनुसार इसे लेकर नियम का अगले महीने तक जारी कर दिया जाएगा, लेकिन अभी इस बात के कोई संकेत नहीं दिए गए हैं कि इसपर किस तरह के प्रतिबंध लगाए जाने वाले हैं। बता दें कि पिछले दिनों भारत में ई सिगरेट के बिक्री और इस्तेमाल पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई थी। यही नहीं अमेरिका समेत कई अन्य देशों ने भी इसपर रोक लगा दी है।  

भारत में पिछले दिनों लगा प्रतिबंध

बता दें कि ई सिगरेट की वजह से बढ़ते मौत के आंकड़ों पर विश्व के कई देशों ने चिंता जताई है और कुछ देशों में इस पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा रखा है तो कुछ देशों मे इस पर आंशिक प्रतिबंध है। भारत में पिछले हफ्ते इसके बिक्री और इस्तेमाल पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई थी। इसका पहली बार उल्लंघन करने वालों पर एक लाख रुपये के जुर्माने के साथ एक साल तक की अधिकतम कैद या दोनों का प्रावधान किया गया है। दूसरी बार में 5 लाख रुपये का जुर्माना और तीन साल की जेल या दोनों का प्रावधान है। इसमें ई हुक्का भी शामिल है।  

क्या है ई सिगरेट

ई सिगरेट को आमतौर पर सिगरेट के विकल्प के रूप में देखा जाता है। कहा जाता है कि इसके माध्यम से सिगरेट छोड़ने में आसानी होती है, लेकिन अध्ययन में खुलासा हुआ है कि यह इससे सिगरेट की आदत को बढ़ावा मिलता है और उतना ही खतरनाक होता है। रिसर्च के मुताबिक इसका सेवन अस्थमा समेत कई दूसरी बीमारियों की वजह बन सकता है। इसमें प्रयुक्त केमिकल जानलेवा हैं, इससे लंग्स कैंसर का खतरा होता है। गौरतलब है कि ई-सिगरेट एक तरह का इलेक्ट्रॉनिक इन्हेलर है, जिसमें निकोटिन और अन्य केमिकल युक्त लिक्विड भरा जाता है। ये इन्हेलर बैट्री की ऊर्जा से इस लिक्विड को भाप में बदल देता है और इसे पीने वाले को सिगरेट पीने जैसा एहसास होता है। 


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