पुरस्कार विजेता चीनी पत्रकार लू गुआंग अपने ही देश में लापता
तीन बार वर्ल्ड प्रेस फोटो पुरस्कार जीतने वाले चीनी फोटो पत्रकार लू गुआंग को स्वदेश लौटने पर सुरक्षा एजेंटों ने हिरासत में ले लिया है।
बीजिंग, रायटर। तीन बार वर्ल्ड प्रेस फोटो पुरस्कार जीतने वाले चीनी फोटो पत्रकार लू गुआंग को स्वदेश लौटने पर सुरक्षा एजेंटों ने हिरासत में ले लिया है। वह इस महीने के शुरू में चीन के पश्चिमी प्रांत शिनजियांग गए थे। इसके बाद से ही वह लापता बताए जा रहे थे। गुआंग अपनी पत्नी के साथ अमेरिका में रहते हैं।
अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में रहने वाले गुआंग की पत्नी शू शिओली ने एक ऑनलाइन पोस्ट में कहा कि गुआंग को हिरासत में लिए जाने की खबर मिली है। उन्हें शिनजियांग की राजधानी उरुमची में फोटोग्राफी कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया गया था। शिओली का गुआंग से तीन नवंबर को अंतिम बार संपर्क हुआ था।
उन्होंने गुआंग को आमंत्रित करने वाले व्यक्ति की पत्नी से जब संपर्क किया तो पता चला कि गुआंग के साथ उसे भी प्रांतीय सुरक्षा अधिकारी ले गए हैं। इस बारे में पूछे जाने पर प्रांतीय सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं आया। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंत ने भी इस बारे में जानकारी से इन्कार कर दिया। 25 साल के अपने फोटोग्राफी करियर में गुआंग का काम मुख्य रूप से चीन के संवेदनशील सामाजिक मसलों और पर्यावरण पर केंद्रित रहा है।
शिनजियांग में बनाए हैं हिरासत शिविर
शिनजियांग में उइगर मुस्लिमों की बड़ी आबादी रहती है। चीन ने शिक्षा के नाम पर बनाए गए हिरासत शिविरों में बड़ी संख्या में उइगरों को बंदी बना रखा है। प्रांत में इनकी धार्मिक आजादी समेत तमाम गतिविधियों पर कई बंदिशें भी लगा रखी हैं। इसके चलते चीन को अंतरराष्ट्रीय समुदाय और संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार विशेषज्ञों की आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। चीन ने हालांकि शिनजियांग में किसी भी तरह के दमन या कार्रवाई से इन्कार किया है।
अमेरिकी दूतावास ने जताई चिंता
बीजिंग में स्थित अमेरिका के दूतावास ने फोटो पत्रकार गुआंग को हिरासत में लिए जाने की खबर पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि चीन में मानवाधिकारों के हनन के बढ़ते मामलों की हम कड़े शब्दों में निंदा करते हैं।
हिरासत में ले लिए गए थे इंटरपोल के प्रमुख
चीन ने पिछले महीने इंटरपोल के मुखिया मेंग होंगवेई को भी हिरासत में ले लिया था। चीन ने कहा था कि चीनी नागरिक मेंग को कानूनों के उल्लंघन और भ्रष्टाचार के आरोप में हिरासत में लिया गया है। इंटरपोल प्रमुख बनने से पहले मेंग चीन में कई अहम पदों पर काम कर चुके हैं।