ताइवान को लेकर अमेरिका और चीन फिर आमने-सामने, बीजिंग और वाशिंगटन के बीच तनाव बढ़ा
चीन के 18 जेल विमानों ने ताइवान स्ट्रेट की मध्य रेखा को लांधा है। इसके साथ ही एक बार फिर ताइवान के मुद्दे पर अमेरिका और चीन आमने-सामने हैं।
ताइपे, एजेंसी। सुरक्षा के मसले पर अमेरिका और ताइवान अधिकारियों के मध्य चल रही वार्ता के बीच चीनी जेट विमानों ने एक बार फिर ताइवान सीमा रेखा को पार किया है। चीन के 18 जेट विमानों ने ताइवान स्ट्रेट की मध्य रेखा को लांधा है। इसके साथ ही एक बार फिर ताइवान के मुद्दे पर अमेरिका और चीन आमने-सामने हैं। ताइवान के राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय की रक्षा मिसाइल प्रणाली ने एक ट्वीट में कहा है कि 18 सितंबर को दो एच-6 बमवर्षक, आठ जे-16 जेट विमान, चार जे-10 युद्धक विमान और चार जे-11 युद्धक विमानों ने चीन और ताइवान से लगने वाली सीमा रेखा को लांधा है।
बीजिंग ने दोनों देशों के बीच सुरक्षा गठबंधन को लेकर खबरदार किया
द न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार चीन ने ताइवान और अमेरिका के बीच चल रही वार्ता का सख्त विरोध जताया है। बीजिंग ने दोनों देशों के बीच सुरक्षा गठबंधन को लेकर खबरदार किया है। चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता सीनियर कर्नल रेन गुआकियांग ने एक ब्रीफिंग में कहा कि जो आग से खेलते हैं वह जलने के लिए बाध्य होते हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार पूर्व में ताइवान सीमा पर चीन के जोड़े विमान को तो देखा गया है, लेकिन इस बार प्रत्येक दिशा में कई चीनी युद्धक विमानों को एक साथ देखा गया है। इसके साथ ताइवान को लेकर अमेरिका और चीन के बीच टकराव बढ़ गया है।
ताइवान ने चीन को चेतावनी दी थी कि वह सीमा का अतिक्रमण नहीं करे
इस महीने की शुरुआत में ताइवान ने चीन को चेतावनी दी थी कि वह सीमा का अतिक्रमण नहीं करे। ताइवान ने कहा था कि वह शांति चाहता है। ताइवान सरकार ने कहा था कि वह चीन के किसी भी हमले का जबाव देने में सक्षम है और वह अपने नागरिकों का बचाव करेगा। ताइवान के उपराष्ट्रपति लाई चिंग-ते ने एक ट्वीट में कहा था कि लाइन पार मत करो। इसके बावजूद चीन ने फिर से ताइवान के वायु रक्षा पहचान क्षेत्र में फाइटर जेट उड़ाए। दक्षिण चीन मॉर्निंग पोस्ट ने ताइवान के रक्षा मंत्रालय का हवाला देते हुए बताया था कि पिछले महीने ताइवान में अमेरिकी स्वास्थ्य सचिव एलेक्स अजार की ऐतिहासिक यात्रा के दौरान चीन ने लड़ाकू जेट तैनात किए थे जो ताइवान जलडमरूमध्य की मध्य सीमा को पार कर गए थे।