चीन में कोरोना के रोगियों के इलाज के लिए 16 विश्वविद्यालयों के 15000 कमरे किए जाएंगे तैयार
चीन ने कोरोनावायरस के मरीजों को ध्यान में रखते हुए अब विश्वविद्यालयों के कमरों को मरीजों के लिए तैयार रखने के निर्देश जारी किए हैं।
बीजिंग। चीन ने कोरोनावायरस से लड़ने की दिशा में अब एक कदम और आगे बढ़ाया है। मरीजों की बढ़ती हुई संख्या को ध्यान में रखते हुए अब वहां के विश्वविद्यालयों के कमरों को भी मरीजों के लिए तैयार किया जा रहा है। जिससे यदि मरीजों की संख्या में इजाफा हो तो उनको इन विश्वविद्यालयों के कमरों में एडमिट किया जा सके, उस समय अफरातफरी का माहौल न पैदा हो।
प्रशासन की ओर से इसके लिए सभी विश्वविद्यालयों के प्रबंधकों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार वुहान में ऐसे 16 विश्वविद्यालयों के 15000 कमरों को तैयार रखने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
दरअसल चीन में कोरोनावायरस के मरीजों की संख्या में दिनोंदिन इजाफा होता जा रहा है। वैसे चीनी सरकार इन सभी को ठीक करने के लिए लगातार मेडिकल सुविधाएं बढ़ा रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस वायरस के बढ़ते रूप को देखते हुए इसके संक्रमण के फैलने पर रोक लगाने के लिए बाकी देशों से कदम उठाए जाने को कहा है। अब वायरस का संक्रमण 24 देशों में पहुंच चुका है।
चीन अपने यहां फैले कोरोना वायरस से निपटने के लिए लगातार तैयारियां कर रहा है। इससे पहले रिकॉर्ड समय में चीन में 1000 मरीजों के लिए एक नया अस्पताल बना दिया था। उसके बाद वहां मरीज शिफ्ट किए जाने शुरु कर दिए गए थे। दूसरी ओर शहर में मौजूद जिमनेजियम और स्टेडियम के मैदानों में भी अस्थायी बेड लगाकर वहां ऐसे मरीजों का इलाज किया जा रहा है।
इससे पहले मध्य चीन के हुबेई प्रांत के वुहान शहर में ह्शानगिंग जिमनैजियम को कोरोनोवायरस (2019-nCoV)से संक्रमित रोगियों को इलाज करने के लिए एक अस्थायी अस्पताल में बदल दिया गया है। यहां पर भी कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों का इलाज किया जा रहा है।
फिलहाल जिम के मध्य में अस्थायी तौर पर बेड लगा दिए गए हैं और अन्य जरूरी मशीनें भी यहां लगा दी गई हैं। वायरस से संक्रमित रोगियों के उपचार के लिए चीन में पहले से ही 2,600 बेड के साथ दो अस्पताल, होशेंसन और लीशेंसन की योजना बनाई गई थी। होशेंसन और लीशेंसन दोनों को पूरा किया जा चुका है, वहां भी इलाज हो रहा है।