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स्मार्टफोन की लत से एंटी सोशल हो जाने की अवधारणा गलत, जानें क्या कहती है रिपोर्ट

कनाडा स्थित मैकगिल यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए अध्ययन में आया सामने, लोग स्मार्टफोन के नहीं, लगातार सामाजिक संपर्क के हो रहे हैं आदी

By Sanjay PokhriyalEdited By: Published: Fri, 09 Mar 2018 02:16 PM (IST)Updated: Fri, 09 Mar 2018 03:11 PM (IST)
स्मार्टफोन की लत से एंटी सोशल हो जाने की अवधारणा गलत, जानें क्या कहती है रिपोर्ट
स्मार्टफोन की लत से एंटी सोशल हो जाने की अवधारणा गलत, जानें क्या कहती है रिपोर्ट

टोरंटो (प्रेट्र)। आज हमरा स्मार्टफोन हमारे लिए किसी भी चीज से ज्यादा जरूरी हो गया है। एक पल के लिए भी इससे दूर रहना बेहद मुश्किल लगता है। हमारे जीवन में बढ़ते इसके दखल के कारण हममें में अधिकांश इसके आदी हो चुके हैं। आखिर क्या वजह है कि हम इसके आदी होते जा रहे हैं। यह जानने के लिए एक अध्ययन किया गया, जिसमें सामने आया कि स्मार्टफोन के लती होने का कारण सामाजिक प्रवृतियां हैं। दरअसल, तेजी से विकसित होती टेक्नोलॉजी के कारण लोगों का आपस में जुड़े रहना बेहद आसान हो गया है। ऐसे में लोग लगातर सामाजिक संपर्क के आदी हो रहे हैं।

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फ्रंटियर्स इन साइकोलॉजी नामक जर्नल में प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक, लोगों में स्मार्टफोन की लत की वजह हाइपर सोशल होना है न कि एंटी सोशल। कनाडा स्थित मैकगिल यूनिवर्सिटी के सैमुएल वीजिएयर के मुताबिक, इस विषय को लेकर कई सारी बातें सामने आती रहती हैं। इस अध्ययन के पीछे हमारा मकसद वास्तविकता से रूबरू होना था। हमने किसी अच्छी खबर की तलाश में यह अध्ययन शुरू किया। साथ ही हम चाहते थे कि हम ऐसे हल निकाल सकें, जिससे लोग स्मार्टफोन की लत को कम कर सकें।

अभी तक ये थी अवधारणा

शोधकर्ताओं के मुताबिक, अभी तक हमें लगता है कि ज्यादातर लोग अपने मोबाइल पर मैसेज करते समय या नोटिफिकेशन चेक करते समय अपने आस-पास के लोगों से कट जाते हैं। ऐसे में हम उन्हें समाज से कटा हुआ या एंटी सोशल मानने लगते हैं, लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं है।

ये दिया सुझाव

शोधकर्ताओं ने अध्ययन के उपरांत अभिभावकों और अध्यापकों को कुछ सुझाव भी दिए हैं। उनके मुताबिक, दूसरों से संपर्क में रहना एक अच्छी बात है, लेकिन हर चीज की एक सीमा होनी चाहिए। शोधकर्ताओं के मुताबिक, आज की युवा पीढ़ी अभिभावकों को देखकर भी स्मार्टफोन के अधिक प्रयोग के लिए प्रेरित होती है। इसलिए सबसे पहले तो अभिभावकों और अध्यापकों को इस चीज पर ध्यान देना चाहिए। इसके अलावा बच्चे स्मार्टफोन का प्रयोग करें ये तो ठीक है, लेकिन वे इसके लती न हो जाएं इस पर भी नजर रखें।

आया सामने

शोधकर्ताओं के मुताबिक, असल में मनुष्य ज्यादा से ज्यादा लोगों के संपर्क में रहना चाहता है। मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। वे लगातार स्मार्टफोन पर दूसरों की प्रोफाइल व वे क्या कर रहे हैं इन चीजों से अपडेट रहना चाहता है। इसके साथ ही वे अपने बारे में भी लगातार लोगों को बताना चाहता है। लगातार सामाजिक संपर्क बनाए रखने की चाह के कारण ही वह स्मार्टफोन का लती दिखाई देने लगा है। 


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