कनाडाई सांसद ने किया कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास का समर्थन
जनवरी 1990 में कश्मीरी पंडितों के जातीय सफाए को याद करते हुए कनाडाई सांसद ने कहा कि इस नरसंहार में मारे गए दुष्कर्म के शिकार और घायल हुए सभी लोगों के परिवारों और मित्रों के प्रति मैं अपनी संवेदना व्यक्त करना चाहता हूं।
ओटावा, एएनआइ। कनाडा में मरखम यूनियनविले से सांसद बाब सरोया ने जनवरी, 1990 में कश्मीरी पंडितों के जातीय सफाए की निंदा की है और घाटी में उनके पुनर्वास की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजना का समर्थन किया है। कश्मीर की हिंदू आबादी पर हमले की 31वीं वर्षगांठ पर एक बयान में उन्होंने लिखा, 'मैं अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इसे और मानवता के खिलाफ इसी तरह के अपराधों को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने का अनुरोध करता हूं। मैं कश्मीरी पंडितों की उनके घरों को सुरक्षित वापसी में मदद की भारत सरकार की योजना का समर्थन करता हूं।'
जनवरी, 1990 में कश्मीरी पंडितों के जातीय सफाए को याद करते हुए उन्होंने लिखा, 'इस नरसंहार में मारे गए, दुष्कर्म के शिकार और घायल हुए सभी लोगों के परिवारों और मित्रों के प्रति मैं अपनी संवेदना व्यक्त करना चाहता हूं।' बाब ने आगे लिखा, 'मैं कश्मीर में हजारों साल पुराने हिंदू पूजा स्थलों को खंडित करने की निंदा करता हूं। साथ ही इस भीषण नरसंहार और जातीय सफाए में बच गए कश्मीरी पंडित समुदाय के सदस्यों द्वारा दिखाई गई दृढ़ता और साहस की सराहना करता हूं।'