कनाडा में सिख अलगाववादियों से संबंध को लेकर जगमीत सिंह का विरोध्ा
सिख अलगाववादियाें से जगमीत सिंह के संबंध को लेकर कनाडाई मीडिया में कई रिपोर्टें सामने आई हैं।
ओटावा, एएफपी। कनाडा में अगले साल होने वाले चुनाव में प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को चुनौती देने वाली पार्टी के नेता को सिख अलगाववादियों से संबंध को लेकर विरोध का सामना करना पड़ा है। न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता जगमीत सिंह 2015 में एक स्वतंत्र सिख देश (खालिस्तान) की मांग को लेकर सैन फांसिस्को में आयोजित रैली में मुख्य वक्ता के रूप में शामिल हुए थे। मीडिया रिपोर्टों में यह बात कही गई है।
स्टेज पर जगमीत के पीछे जर्नल सिंह भिंडरवाला का एक बड़ा पोस्टर लगा हुआ था, जो एक सशस्त्र चरमपंथी समूह का नेता था और भारतीय सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया था। भिंडरवाला को इतिहास में एक आतंकी के रूप में दर्ज किया गया है, जिसने सिख उग्रवाद को चरम तक पहुंचाया।
कनाडाई मीडिया के अनुसार, पंजाबी में दिए गए अपने भाषण में जगमीत ने भारत पर गोल्डन टेंपल हमले में सिखों के खिलाफ 'नरसंहार' का आरोप लगाया था। नेशनल पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, जगमीत 2016 में ब्रिटेन स्थित नेशनल सिख यूथ फेडरेशन द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में भी शामिल हुए थे, जो एक स्वतंत्र खालिस्तान की वकालत करता रहा है।
वहीं फरवरी में जगमीत ने सिख लिबरल सरकार के मंत्रियों का बचाव किया था, जिन्होंने गोल्डन टेंपल हमले के संबंध में 1986 में एक भारतीय अधिकारी की हत्या की कोशिश करने के दोषी कनाडाई शख्स के साथ तस्वीर खिंचवाई थी। बता दें कि 2016 की जनगणना के अनुसार, कनाडाई सिख की संख्या लगभग पांच लाख है, जो कि देश की कुल आबादी का महज 1.4 फीसदी है। कनाडा के प्रधानमंत्री ट्रूडो पर भी सिख अलगाववादियों को लेकर नरम रुख रखने के आरोप लगते रहे हैं।