Beijing Winter Olympics: कनाडा भी करेगा राजनयिक बहिष्कार, प्रधानमंत्री ट्रूडो का एलान
अमेरिका आस्ट्रेलिया व ब्रिटेन के बाद अब कनाडा ने भी बीजिंग विंटर ओलिंपिक्स के राजनयिक बहिष्कार का फैसला लिया है। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने बुधवार को कहा मानवाधिकार के मामले को लेकर बीजिंग विंटर ओलिंपिक्स के राजनयिक बहिष्कार में अमेरिका ब्रिटेन और आस्ट्रेलिया के साथ कनाडा भी है।
कनाडा, एपी। अमेरिका, आस्ट्रेलिया व ब्रिटेन के बाद अब कनाडा ने भी बीजिंग विंटर ओलिंपिक्स के राजनयिक बहिष्कार का फैसला लिया है। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau) ने बुधवार को कहा, 'मानवाधिकार के मामले को लेकर बीजिंग विंटर ओलिंंपिक्स के राजनयिक बहिष्कार में अमेरिका, ब्रिटेन और आस्ट्रेलिया के साथ कनाडा भी है।'
Canada remains deeply disturbed by reports of human rights violations in China. As a result, we won’t be sending diplomatic representatives to Beijing for the Olympic and Paralympic Winter Games. We’ll continue to support our athletes who work hard to compete on the world stage.
— Justin Trudeau (@JustinTrudeau) December 8, 2021
इससे पहले ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जानसन ने कहा था 2022 में चीन में होने वाले शीतकालीन ओलंपिक का राजनयिक बहिष्कार किया जाएगा जिसमें उनके किसी भी सरकारी या अधिकारी के शामिल होने की उम्मीद नहीं है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने पिछले महीने कहा था कि चीन में कथित मानवाधिकारों के उल्लंघन (human rights violations in China) के मसले पर राजनयिक बहिष्कार पर विचार कर रहे हैं। बता दें कि वाशिंगटन ने शिनजियांग में अल्पसंख्यक मुस्लिमों के नरसंहार की बात कही थी।
अमेरिका (United States) ने इसी सप्ताह सोमवार को बताया कि यह बीजिंग में होने वाले विंटर ओलिंपिक्स 2022 में सरकारी अधिकारियों को नहीं भेजेगा। बता दे कि साल 2028 में अमेरिका ओलिंपिक्स की मेजबानी लास एंजेल्स में करेगा। व्हाइट हाउस आमतौर पर ओलिंपिक के उद्घाटन और समापन समारोह में एक प्रतिनिधिमंडल भेजता है, लेकिन इस बार राजनयिक बहिष्कार के तहत वह प्रतिनिधिमंडल नहीं भेजेगा। अमेरिका के शीर्ष सांसदों ने राजनयिक बहिष्कार के आह्वान की वकालत की है।
चीन ने जवाबी कार्रवाई की धमकी दी
चीन ने अमेरिका को धमकी दी कि यदि वह बीजिंग ओलिंपिक्स का राजनयिक बहिष्कार करता है तो उसे भी ठोस जवाबी कार्रवाई के लिए तैयार रहना होगा। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने कहा कि यदि अमेरिका ऐसा करता है तो यह राजनीतिक तौर पर भड़काने वाली कार्रवाई होगी।