जुकरबर्ग ने फेसबुक से ट्रंप के पूर्व सहयोगी बैनन को न हटाने का बचाव किया
मार्क जुकरबर्ग ने गुरुवार को एक सर्व-कर्मचारी बैठक में कहा स्टीव बैनन ने कंपनी की नीतियों का पर्याप्त उल्लंघन नहीं किया था जो की उन्हें फेसबुक से हटा दिए जाए। बैनन ने कहा था एफबीआई के निदेशक क्रिस्टोफर रे और प्रमुख महामारी विशेषज्ञ डॉ एंथोनी फौसी को मार देना चाहिए।
पालो आल्टो, रॉयटर्स। फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने गुरुवार को एक सर्व-कर्मचारी बैठक में कहा कि ट्रंप(व्हाइट हाउस) के पूर्व सलाहकार स्टीव बैनन ने कंपनी की नीतियों का पर्याप्त उल्लंघन नहीं किया था, जो की उन्हें फेसबुक से हटा दिए जाए। यह उन्होंने दो वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारियों को कहा। जुकरबर्ग के मुताबिक, निर्वाचित जो बिडेन द्वारा फेसबुक को लेकर असहज की स्थिति पर ध्यान दिया गया है। हालांकि, कंपनी की तरफ से बिडेन टीम की कुछ चिंताओं पर सोशल मीडिया नीति की जानकारी साझा की गई है। उन्होंने कर्मचारियों से आग्रह किया कि वे इस बारे में निष्कर्ष पर न जाएं कि नया प्रशासन सोशल मीडिया कंपनियों के विनियमन के लिए कैसे खुद को मजबूत कर सकता है।
बैनन ने 5 नवंबर को पोस्ट किए गए एक वीडियो में कहा था कि एफबीआई के निदेशक क्रिस्टोफर रे और सरकार के प्रमुख महामारी विशेषज्ञ डॉ एंथोनी फौसी को मार देना चाहिए, क्योंकि वह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रति निष्ठावान नहीं थे, जो पिछले हफ्ते बिडेन के खिलाफ राष्ट्रपति चुनावों में हार गए थे। इसके बाद फेसबुक ने वीडियो को हटा दिया था लेकिन बैनन के पेज को बैन नहीं किया, जिसमें लगभग 175,000 अनुयायी हैं। वहीं ट्विटर ने पिछले हफ्ते बैनन को उसी सामग्री पर प्रतिबंध लगा दिया था।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, एक कार्यक्रम के दौरान स्टीव बैनन से जब पूछा गया कि अगर ट्रंप दोबारा राष्ट्रपति चुने जाते हैं तो वे क्या करेंगे। इस पर स्टीव ने कहा कि, क्रिस्टोफर रे और फौकी को गोली मार देनी चाहिए। उन दोनों के सिर को धड़ से अलग कर देना चाहिए। उनके सिरों को व्हाइट हाउस के दो कोनों में फेडरल ब्यूरोक्रेसी को चेतावनी देने के लिए रख दिया जाए। इसपर ट्विटर ने पुष्टि की है कि उन्होंने हिंसा को महिमा मंडित करने के लिए नियमों का उल्लंघन किया है। इसलिए उनके अकाउंट को स्थायी रूप से बंद किया जा रहा है।
बता दें कि अगस्त महीने में बैनन को धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उन पर 'वी बिल्ड दी वाल' के नाम से मशहूर ऑनलाइन चंदा अभियान में हजारों दानकर्ताओं के साथ धोखाधड़ी करने का आरोप लगा था। अमेरिका-मैक्सिको सीमा पर दीवार बनाने के लिए चलाए गए इस अभियान में 2.5 अरब डॉलर (187 अरब रुपये से ज्यादा) से ज्यादा राशि जमा हुई थी।
2016 के चुनाव में ट्रंप की जीत की रणनीति बनाने वाले बैनन के साथ ही फ्लोरिडा से एयर फोर्स अधिकारी ब्रिआन कोल्फाजे और फाइनेंसर एंड्रेव बाडोलाटो, कोलोरैडो के टिमोथी शेआ भी मामले में आरोपित बनाए गए।