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विकिलीक्स के संस्थापक पर अमेरिका में आरोप तय

अमेरिकी कोर्ट में सरकारी वकील ने किसी दूसरे मामले के दस्तावेज पेश करते हुए सीलबंद लिफाफे में असांजे के खिलाफ आरोप पत्र पेश किया।

By Manish NegiEdited By: Published: Fri, 16 Nov 2018 09:17 PM (IST)Updated: Fri, 16 Nov 2018 09:17 PM (IST)
विकिलीक्स के संस्थापक पर अमेरिका में आरोप तय
विकिलीक्स के संस्थापक पर अमेरिका में आरोप तय

वाशिंगटन, एएफपी। विकिलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे के खिलाफ अमेरिका में एक असंबद्ध मामले में आरोप तय किए गए हैं। समझा जाता है कि नए घटनाक्रम में इसका संबंध विशेष वकील राबर्ट मुलर की जांच से हो सकता है। इस जांच में ही आरोप लगाया गया था कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के चुनाव में रूसियों ने दखल दिया है।

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वर्ष 2010 में विकिलीक्स के सनसनीखेज अमेरिकी दस्तावेजों के उजागर करने पर असांजे अमेरिका के निशाने पर आए थे। अब जूलियन असांजे पर अमेरिकी कोर्ट में आरोप लगाए गए हैं। अमेरिकी कोर्ट में सरकारी वकील ने किसी दूसरे मामले के दस्तावेज पेश करते हुए सीलबंद लिफाफे में असांजे के खिलाफ आरोप पत्र पेश किया। विकिलीक्स का अनुमान है कि अमेरिका में असांजे के खिलाफ दायर आरोपों में विशेष वकील राबर्ट मुलर की जांच से भी वास्ता हो सकता है। विगत जुलाई में मुलर ने 12 रूसी जासूसों पर डेमोक्रेटिक नेशनल कमेटी के कंप्यूटरों को हैक करने का आरोप लगाया था। इन लोगों ने संगठन का डाटा चुराया था और अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव को प्रभावित करने के लिए उन्हें अलग-अलग समय पर प्रकाशित कराया था।

लिहाजा, विकिलीक्स ने ट्विटर पर बताया कि सरकारी वकील केलन डायर ने अदालत में असांजे के खिलाफ तब आरोप पत्र दायर किया, जब वह किसी अन्य केस के लिए दस्तावेज पेश कर रहे थे। असांजे के खिलाफ कौन से आरोप लगाए गए हैं, इसकी कोई सूचना नहीं है। विकिलीक्स ने ट्विटर पर लिखा, 'अमेरिका के जस्टिस डिपार्टमेंट ने 'गलती से' विकिलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे के खिलाफ सीलबंद आरोपों को उजागर कर दिया जो माना जा रहा है कि किसी दूसरे मामले में कट एंड पेस्ट की गलती भी हो सकती है।'

वाशिंगटन पोस्ट के अनुसार डायर ने अपनी लिखित दलील में बताया कि बचाव पक्ष की वरिष्ठता और मामले की पब्लिसिटी को देखते हुए असांजे पर लगे आरोपों को गुप्त रखने का कोई और तरीका नहीं रह गया है। इसलिए इन आरोपों को जज तब तक सील रखें जब तक कि असांजे की गिरफ्तारी नहीं हो जाती है। गौरतलब है कि 47 वर्षीय जूलियन असांजे 2012 से ही लंदन स्थित एक्वाडोर के दूतावास में शरण लिए हुए हैं। उन्हें डर था कि अन्यथा उनका अमेरिका प्रत्यर्पण कर दिया जाएगा।


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