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कम उम्र में वजन बढ़ने से जल्द मृत्यु का खतरा, वृद्धावस्था में वजन का कम होना भी है खतरे का संकेत

चीन के शोधकर्ताओं ने अमेरिकी वयस्कों पर किए अध्ययन के आधार पर लगाया पता वृद्धावस्था में वजन का कम होना भी है खतरे का संकेत।

By Sanjay PokhriyalEdited By: Published: Fri, 18 Oct 2019 09:21 AM (IST)Updated: Fri, 18 Oct 2019 09:21 AM (IST)
कम उम्र में वजन बढ़ने से जल्द मृत्यु का खतरा, वृद्धावस्था में वजन का कम होना भी है खतरे का संकेत
कम उम्र में वजन बढ़ने से जल्द मृत्यु का खतरा, वृद्धावस्था में वजन का कम होना भी है खतरे का संकेत

वाशिंगटन, प्रेट्र। स्वस्थ रहने के लिए वजन को नियंत्रित रखना बेहद जरूरी है। इसके बढ़ने से शरीर कई बीमारियों से घिर जाता है। अब इस संबंध में किए गए एक नवीन अध्ययन में एक और चिंताजनक बात सामने आई है। अमेरिका में वयस्कों पर किए गए इस अध्ययन में बताया गया है कि अगर 25 वर्ष की उम्र के आसपास वजन बढ़ता है तो इससे जल्द मृत्यु का खतरा बढ़ जाता है। शोधकर्ताओं ने इस आयु में वजन को लेकर सतर्क रहने की सलाह दी है।

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बीएमजे नामक जर्नल में प्रकाशित अध्ययन में यह भी बताया गया है कि अधेड़ उम्र से बुढ़ापे की अवस्था के दौरान वजन कम होने से भी मृत्यु का जोखिम अधिक रहता है। चीन की हाउझोंग यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए अध्ययन में वयस्कों के जीवन में संतुलित वजन के महत्व को बताया गया है। शोधकर्ताओं का कहना है कि वयस्कों में मोटापा समय पूर्व मृत्यु के उच्च जोखिम से संबंधित है। यदि आप अपने वजन को नियंत्रित करने में सफल हो जाते हैं तो जल्द मृत्यु का जोखिम खुद ब खुद कम हो जाता है। हालांकि, वयस्क उम्र के दौरान खासकर युवावस्था से अधेड़ उम्र के पहले की अवस्था के दौरान वजन में बदलाव के लंबे समय तक असर के बारे में बहुत कम जानकारी है।

इन आंकड़ों को किया गया शामिल

चीन की यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने यह अध्ययन अमेरिकी वयस्कों के स्वास्थ्य संबंधी आंकड़ों के विश्लेषण के आधार पर किया है। 1988-94 और 1999-2014 के दौरान के यूएस नेशनल हेल्थ एंड न्यूट्रिशन एक्जामिनेशन सर्वे (एनएचएएनईएस) के आंकड़ों को इस अध्ययन में शामिल किया गया है। एनएचएएनईएस राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधि वार्षिक सर्वेक्षण है, जिसमें अमेरिकी नागरिकों के स्वास्थ्य का अनुमान लगाने के लिए उनके साक्षात्कार, शारीरिक परीक्षण एवं खून के नमूने शामिल होते हैं।

इस तरह किया अध्ययन

शोधकर्ताओं द्वारा एकत्र आंकड़ों में 36,051 लोगों की स्वास्थ्य संबंधी जानकारियां एकत्र थीं। इनमें 40 वर्ष की आयु में उनका वजन और ऊंचाई शामिल थी, वहीं 25 वर्ष के करीब उनकी इन्हीं जानकारियों से तुलना की गई। किसी भी कारण से और विशेष रूप से दिल की बीमारियों से होने वाली मौतें औसतन 12 साल तक दर्ज की गईं। उस दौरान 10,500 मौतें हुई थीं। जब शोधकर्ताओं ने इन मृत्यु के कारणों की जांच की तो पता चला कि 25 साल की उम्र के करीब इन लोगों के वजन में वृद्धि हुई थी, जिसके चलते वे जल्द मृत्यु के खतरे के दायरे में आ गए थे।

शोधकर्ताओं का कहना है कि हमारा अध्ययन यह स्पष्ट करता है कि वयस्कों के जीवन में वजन का बहुत महत्व है। यदि 25 साल की उम्र के करीब उनका वजन बढ़ता है तो इसका संबंध जल्द मृत्यु से होता है। इसकी वजह उनमें कई तरह की खासकर हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ता है। वहीं, दूसरी तरफ उम्र बढ़ने पर यानी वृद्धावस्था में यदि वजन कम होता है तो यह कमजोरी का संकेत है और इसका भी संबंध मृत्यु से है। शोधकर्ताओं ने बताया कि अध्ययन के आधार पर यह स्पष्ट है कि जो लोग ताउम्र अपने वजन को नियंत्रित करने में सफल हो जाते हैं वे लंबा जीवन जीते हैं।


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