दिल की बीमारियों को रोकने में कारगर है अखरोट, कोलेस्ट्राल को कम करने में भी कारगर
एक अध्ययन के अनुसार नियमित रूप से अखरोट सेवन करने वालों को दिल की बीमारियों का जोखिम कम रहता है। यह कोलेस्ट्राल को कम करने में भी मदद करता है। जर्नल ऑफ द अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी में प्रकाशित है।
वाशिंगटन, एएनआइ। एक अध्ययन से पता चला है कि जो लोग नियमित रूप से अखरोट का सेवन करते हैं, उनमें दिल की बीमारियों का जोखिम कम होता है। बर्सिलोना स्थित हॉस्पिटल क्लिनिक के डॉ. एमिलियो रोस ने लोमा लिंडा विश्वविद्यालय के साथ मिलकर यह शोध किया है।
शोध में 600 से अधिक व्यक्तियों को शामिल किया गया और दो वर्ष तक इन्हें प्रतिदिन के आहार में 30 से 60 ग्राम अखरोट दिया गया। जिन लोगों ने अखरोट का सेवन किया था, उनमें सूजन (इंफ्लेमेशन) में कमी आई। शोध के दौरान जिन 10 इंफ्लेमेटरी मार्करों का अध्ययन किया गया, उनमें से छह को काफी कम मात्रा में अखरोट दिया गया था। यह शोध पूर्व में किए गए अध्ययन का ही हिस्सा था और इसे जर्नल ऑफ द अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी में प्रकाशित किया गया है।
अध्ययन का निष्कर्ष बताता है कि अखरोट का एंटी इंफ्लेमेटरी प्रभाव ना केवल कोलेस्ट्राल को कम करता है बल्कि दिल की बीमारियों के जोखिम से भी बचाता है। शोध के प्रमुख लेखक के मुताबिक एक्यूट इंफ्लेमेशन (तीव्र सूजन) एक शारीरिक प्रक्रिया है जो आघात या संक्रमण के चलते इम्यून सिस्टम की सक्रियता के चलते होती है।
डॉ. एमिलियो रोस ने कहा, 'कुछ समय के लिए रहने वाली सूजन घावों को ठीक करने और संक्रमण से लड़ने में मदद करती है, लेकिन अगर खराब आहार, मोटापे और उच्च रक्तचाप के चलते किसी व्यक्ति को लंबे समय तक सूजन रहती है तो यह हानिकारक है। दिल संबंधी दिक्कतों में यह और भी नुकसान पहुंचाती है। अध्ययन के निष्कर्षो से पता चलता है कि नियमित तौर पर अखरोट खाने से सूजन कम होती है, जिससे दिल की बीमारियों के जोखिम को करने में मदद मिलती है।' डॉ. रोज के अनुसार अखरोट में ओमेगा-3 अल्फा लिनोलेनिक एसिड और पॉलीफेनोल्स2 जैसे अत्यधिक जैव सक्रिय घटक होते हैं जो सूजन कम करने में सहायक होते हैं।