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वेनेजुएला में सत्‍ता संघर्ष: गुएदो के साथ अमेरिका, जानें मादुरो के साथ कौन...

निकोलस मादुरो ने जोर देकर कहा कि उनके पास वेनेजुएला की सेना का समर्थन हासिल है। उन्‍होंने कुछ लोगों पर तख्तापलट की साजिश रचने का आरोप लगाया।

By Ramesh MishraEdited By: Published: Thu, 31 Jan 2019 12:35 PM (IST)Updated: Thu, 31 Jan 2019 03:28 PM (IST)
वेनेजुएला में सत्‍ता संघर्ष: गुएदो के साथ अमेरिका, जानें मादुरो के साथ कौन...
वेनेजुएला में सत्‍ता संघर्ष: गुएदो के साथ अमेरिका, जानें मादुरो के साथ कौन...

काराकस [ एजेंसी ]। निकोलस मादुरो ने अपने नेतृत्व के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के बीच राष्ट्रपति चुनाव की मांग को खारिज कर दिया है। विपक्ष के राष्‍ट्रपति चुनाव के आह्वान को ख‍ारिज करते हुए राष्‍ट्रपति मादुरो ने कहा कि वह किसी भी हाल में ब्‍लैकमेल नहीं हो सकते हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि उनके पास वेनेजुएला की सेना का समर्थन हासिल है। उन्‍होंने कुछ लोगों पर तख्तापलट की साजिश रचने का आरोप लगाया।
कार्यवाहक राष्‍ट्रपति गुएदो को कई देशों का समर्थन
वेनेजुएला के अंतरिम राष्ट्रपति एवं विपक्ष के नेता जुआन गुएदो को अमेरिका समेत कई मुल्‍कों का समर्थन हासिल है। इसमें  कई दक्षिण अमरीकी देश भी शामिल है। ब्राज़ील, कोलंबिया, चिली, पेरू, इक्वेडोर, अर्जेंटीना और पराग्वे ने  गुएदो को अंतरिम राष्ट्रपति माना है। गुएदो को कनाडा का भी समर्थन हासिल है। उधर, यूपोरीय यूनियन वेनेजुएला में स्वतंत्र चुनाव के पक्ष में है। चीन और रूस के साथ मेक्सिको, बोलिविया और क्यूबा ने तत्‍कालीन राष्‍ट्रपति मादुरो का समर्थन किया है।
US- वेनेजुएला न जाएं अमेरिकी नागरिक
उधर, अमेरिकी प्रशासन ने अपने नागरिकों को वेनेजुएला जाने से मना किया है। अमेरिका ने यह आशंका जाहिर की है कि वेनेजुएला में अमेरिकियों को निशाना बनाया जा सकता है। इसके लिए अमेरिकी प्रशासन ने बाकायदा  चेतावनी जारी किया है। विदेश विभाग ने कहा था कि वेनेजुएला में रहने वाले या यात्रा करने वाले अमेरिकी नागरिकों को वेनेजुएला को छोड़ने पर दृढ़ता से विचार करना चाहिए। इसके लिए वेनेजुएला से वाणिज्यिक उड़ानें उपलब्ध हैं। नागरिकों की सुरक्षा को देखते हुए कि काराकस में अमेरिकी दूतावास खुला है।
विपक्ष के साथ वार्ता को राजी राष्‍ट्रपति मादुरो
बुधवार को वेनेजुएला में बढ़ते राजनीतिक संघर्ष के बीच राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने कहा कि वह अमेरिका समर्थित विपक्ष के साथ बातचीत करने को राजी है। उन्होंने कहा कि वह देश में जल्‍द होने वाले संसदीय चुनावों का भी समर्थन करेंगे। मादुरो ने कहा कि मैं विपक्ष के साथ वार्ता की मेज पर बैठने के लिए तैयार हूं, ताकि हम वेनेजुएला की भलाई के लिए वार्ता कर सकें।

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आर्थिक प्रतिबंधों के बाद चरम पर पहुंची महंगाई
अमेरिकी प्रतिबंधों के बाद वेनेजुएला में महंगाई चरम पर पहुंच गई है। सत्ता के संघर्ष के लिए वहां राजनीतिक और आर्थिक हालात भी बद्तर हो गए हैं। इसके चलते भयंकर आर्थिक संकट पैदा हो गया है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष का अनुमान है कि इस वर्ष वेनेज़ुएला की महंगाई दर में 13 लाख फ़ीसद से ज्‍यादा का उछाल आ सकता है। इससे वेनेज़ुएला के आर्थिक हालात और ख़राब होंगे। यहां औसत हर 26 दिन बाद क़ीमत दोगुनी हो रही है।

वेनेजुएला में सत्‍ता संघर्ष का खेल
बता  दें कि पिछले सप्‍ताह लैटिन अमेरिकी देश वेनेजुएला उस समय अनिश्चितता में डूब गया, जब अमेरिका समर्थित विपक्षी नेता जुआन गुएदो ने खुद को कार्यवाहक राष्ट्रपति घोषित किया था। इसके बाद मौजूदा राष्‍ट्रपति मादुरो ने अमरीका से सभी प्रकार के संबंध तोड़ लिए थे। मादुरो ने अमरीकी राजदूत को सख्‍ती से देश छोड़ने का आदेश दिया था। इसके बाद विपक्षी नेता गुएदो ने एक विरोध प्रदर्शन के दौरान ख़ुद को राष्ट्रपति घोषित कर दिया था। गुएदो ने कहा कि जब तक देश में दोबारा चुनाव नहीं हो जाता, तब तक मैं कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में अंतरिम राष्ट्रपति पद औपचारिक रूप से ग्रहण करने की शपथ लेता हूं। इसके बाद अमरीका ने कहा था कि राष्ट्रपति मादुरो के पास अब कोई अधिकार नहीं हैं। इसके बाद से यहां सत्‍ता संघर्ष का खेल जारी है।


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