वंदे भारत मिशन : वॉशिंगटन से वतन लौट रहे 224 भारतीय नागरिक
कोविड-19 के कारण लागू लॉकडाउन के चलते विदेशों में फंसे भारतीय नागरिकों को लाने के लिेए वंदे भारत मिशन की शुरूआत की गई है।
वॉशिंगटन डीसी, एएनआइ। वॉशिंगटन डीसी से बुधवार को वंदे भारत मिशन के तहत 224 भारतीय नागरिकों को लेकर एक स्पेशल फ्लाइट रवाना हुई है। कोविड-19 के कारण लागू लॉकडाउन के चलते विदेशों में फंसे भारतीय नागरिकों को लाने के लिेए वंदे भारत मिशन की शुरूआत की गई है। वॉशिंगटन में भारतीय दूतावास ने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी है। ट्वीट में लिखा गया है, "224 यात्रियों को लेकर दिल्ली के लिए वॉशिंगटन डीसी से एक स्पेशल फ्लाइट बुधवार को रवाना हुई है, जिसमें बच्चे भी शामिल हैं। हम वॉशिंगटन में एयर इंडिया और टीम के अथक प्रयासों का धन्यवाद करते हैं।"
बता दें कि कोरोना महामारी के कारण विदेशों में फंसे भारतीयों को अपने देश वापस लाने के लिए वंदे भारत मिशन की शुरूआत 7 मई से हुई थी। अब यह मिशन अपने तीसरे चरण में पहुंच गया है, 11 जून से इसका तीसरा चरण शुरू हो चुका है। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि मिशन के तीसरे चरण के तहत 191 फीडर उड़ानों समेत 550 उड़ानों का संचालन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अब तक विभिन्न देशों से करीब 1,25,000 भारतीय स्वदेश लौट चुके हैं। वहीं 23 जून को 6,037 भारतीय नागरिकों को विदेशों से वापस लाया गया है।
विदेशों में फंसे तमिलनाडु के 17 हजार लोग लौटे वापस
तमिलनाडु के 17 हजार से ज्यादा लोगों को 50 हजार उड़ानों के जरिए अपने देश वापस लाया गया है। केंद्र सरकार ने मद्रास उच्च न्यायालय को सूचित करते हुए कहा है कि कोरोना वायरस की वजह से विभिन्न देशों में फंसे तमिलनाडु के 17,701 लोगों को 50 उड़ानों के जरिए वापस लाया गया है। सरकार ने डीएमके की तरफ से दायर एक याचिका पर विदेश मंत्रालय ने जवाब में हलफनामा प्रस्तुत किया है, इस याचिका में कोरोना और उड़ानों के निलंबन के कारण तमिल लोगों को विदेश से लाने का ब्योरा मांगा गया था। मंत्रालय से दी गई जानकारी के मुताबिक विभिन्न देशों में फंसे तमिलनाडु के 45,242 लोगों ने वापस आने का अनुरोध किया है।