भारत को एकीकृत वायु रक्षा हथियार प्रणाली देगा अमेरिका, 13,000 करोड़ रुपये का है यह सौदा
भारत के अनुरोध पर अमेरिका आइएडीडब्ल्यूएस को बेचने पर राजी हुआ है। भारत 1.9 अरब डॉलर (लगभग 13000 करोड़ रुपये) में यह सौदा कर रहा है।
वाशिंगटन, प्रेट्र। अमेरिका भारत को एकीकृत वायु रक्षा हथियार प्रणाली (आइएडीडब्ल्यूएस) बेचेगा। वायु हमलों के खतरों से निपटने, वायु रक्षा प्रणाली को मजबूत करने और अपने सशस्त्र बलों को अत्याधुनिक बनाने की दिशा में भारत 1.9 अरब डॉलर (लगभग 13,000 करोड़ रुपये) में यह सौदा कर रहा है। बता दें कि इससे पहले भारत ने रूस से पांच अरब डॉलर (लगभग 35000 करोड़ रुपये) में पांच एस-400 वायु रक्षा प्रणाली खरीदने का समझौता किया था, जिसको लेकर अमेरिका ने नाराजगी भी जताई थी।
ट्रंप प्रशासन ने अमेरिका संसद को अपने फैसले की दी जानकारी
डिफेंस सिक्योरिटी कोऑपरेशन एजेंसी ने सोमवार कहा कि ट्रंप प्रशासन ने भारत को यह रक्षा प्रणाली बेचने के अपने फैसले के बारे में अमेरिकी संसद कांग्रेस को जानकारी दे दी है।
13,000 करोड़ रुपये का है सौदा
विदेश मंत्रालय ने अमेरिकी संसद को अधिसूचित किया है कि यह सौदा लगभग 1.867 अरब डॉलर का है। मंत्रालय ने कहा है कि भारत इस हथियार प्रणाली से अपने सशस्त्र बलों को अत्याधुनिक और हवाई हमलों के खतरों से अपनी रक्षा को मजबूत बनाना चाहता है।
यूएस द्वारा भारत को हथियार बिक्री का प्रस्ताव ऐसे समय आया जब चीनी सेना अत्याधुनिक हो रही
अमेरिका द्वारा भारत को यह प्रस्तावित हथियार बिक्री ऐसे समय में सामने आया है, जब चीन अपनी सेना को अत्याधुनिक बनाने की मुहिम में लगा है। यही नहीं वह सामरिक नजरिए से महत्वपूर्ण भारत-प्रशांत क्षेत्र में अपनी ताकत का प्रदर्शन भी कर रहा है।
इस महीने के आखिर में ट्रंप की भारत यात्रा भी संभावित है
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की इस महीने के आखिर में भारत की संभावित यात्रा को देखते हुए भी यह फैसला महत्वपूर्ण है। ट्रंप 23 और 26 फरवरी के बीच भारत की दो दिन की यात्रा पर आ सकते हैं। ट्रंप की यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच व्यापार समझौते पर भी मुहर लगने की उम्मीद है।
इस सौदे में भारत को क्या-क्या मिलेगा
भारत के अनुरोध पर अमेरिका आइएडीडब्ल्यूएस को बेचने पर राजी हुआ है। इस हथियार प्रणाली में कौन-कौन से हथियार हैं इस पर नजर डालते हैं। इसमें पांच एएन/एमपीक्यू-64एफ1 सेंटिनल रडार सिस्टम, 118 एमराम एआइएम-120सी-7/सी-8 मिसाइल, तीन एमराम गाइडेंस सेक्शन, चार एमराम कंट्रोल सेक्शन और 134 स्टिंगर एफआइएम-92एल मिसाइल शामिल है। इसके अलावा 32 एम4ए1 राइफल, मल्टी-स्पेक्ट्रल टारगेटिंग सिस्टम-मॉडल ए भी शामिल है।