कोरोना की काट के लिए दुनिया ने मिलाया हाथ, वैक्सीन के लिए 62 हजार करोड़ जुटाने का लक्ष्य
कोरोना की काट के लिए दुनिया ने हाथ मिला लिया है। इस जानलेवा वायरस के संक्रमण के इलाज और वैक्सीन विकसित करने के लिए 62 हजार करोड़ जुटाने की कोशिशें हो रही हैं।
ब्रसेल्स, रायटर। कोरोना वायरस से मुकाबले के लिए सोमवार से अमेरिका से इतर दुनिया ने एकजुट अभियान छेड़ दिया। इसके तहत कोरोना संक्रमितों की तलाश के लिए परीक्षण, मरीजों का इलाज और वैक्सीन विकसित कर वायरस के खात्मे का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस अभियान के लिए 7.5 अरब यूरो (62 हजार करोड़ रुपये) जुटाने का भी तात्कालिक लक्ष्य रखा गया है, बाद में यह बढ़ भी सकता है। इस ऑनलाइन अभियान की शुरुआत यूरोपीय यूनियन के 27 सदस्य देशों, ब्रिटेन, जापान, नॉर्वे, ऑस्ट्रेलिया, सऊदी अरब, इजरायल आदि ने की है।
अभियान में चीन की ओर से उसके यूरोपीय यूनियन में राजदूत ने हिस्सा लिया जबकि कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित अमेरिका की सहभागिता न होना सबको खला। अभियान में विश्व बैंक, बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन और कई अमीर लोग भी शामिल हैं। यूरोपीय आयोग की प्रमुख उर्सला वॉन डियर लियेन ने कहा, चार मई की तारीख कोरोना के खिलाफ लड़ाई में टर्निग प्वाइंट साबित हो सकती है। इस दिन वायरस के खात्मे के लिए दुनिया ने एकजुट होकर लड़ाई छेड़ी है। ईयू के प्रवक्ता ने कहा, अमेरिका इस अभियान से फिलहाल दूर है लेकिन वह दुनिया के हर वैश्विक संगठन के लिए बड़ा दानदाता है।
हालांकि 15 अप्रैल को राष्ट्रपति ट्रंप ने विश्व स्वास्थ्य संगठन की आर्थिक सहायता बंद करने का एलान किया है। वक्ताओं की सूची में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल, जापान के प्रधानमंत्री शिंजो एबी और चीन के प्रधानमंत्री ली कछ्यांग का नाम शामिल है। ये सभी आर्थिक सहायता के लिए योगदान करने के साथ ही अन्य देशों -संस्थाओं से चंदे के लिए अपील भी करेंगे। यूरोपीय आयोग ने इसे रीयल मैराथन की संज्ञा दी है। इसमें दुनिया के हर कोने से मदद की जरूरत बताई गई है। फिलहाल जी-20 देशों के प्रमुख सऊदी अरब ने 50 करोड़ डॉलर (करीब 3,600 करोड़ रुपये) की सहायता का एलान किया है।