अमेरिका ने कहा, उत्तरी कोरिया से नहीं है कोई दुश्मनी, सकारात्मक प्रतिक्रिया का इंतजार
योनहाप समाचार एजेंसी के अनुसार प्रेस ब्रीफिंग में सोमवार को पोर्टर ने कहा कि उत्तर कोरिया के साथ संवाद और कूटनीति के माध्यम से हम कोरियाई प्रायद्वीप में स्थायी अमन चैन स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं ।
वाशिंगटन, आइएएनएस। अमेरिकी विदेश मंत्रालय का कहना है कि उत्तर कोरिया से अमेरिका की कोई दुश्मनी नहीं है, बल्कि वह अभी भी प्योंगयांग से सकारात्मक प्रतिक्ति्रया का इंतजार कर रहा है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रमुख उपप्रवक्ता जेलिना पोर्टर ने सोमवार को इस बात को भी दोहराया कि अमेरिका बिना किसी शर्त के उत्तर कोरिया के साथ किसी भी वक्त मुलाकात के लिए तैयार है।
योनहाप समाचार एजेंसी के अनुसार, प्रेस ब्रीफिंग में सोमवार को पोर्टर ने कहा, उत्तर कोरिया के साथ संवाद और कूटनीति के माध्यम से हम कोरियाई प्रायद्वीप में स्थायी अमन चैन स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस दिशा में ठोस प्रगति के लिए हम डीपीआरके (डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक आफ कोरिया) के साथ व्यावहारिक दृष्टिकोण के साथ मिलकर काम करना चाहते हैं ताकि न केवल अमेरिका, बल्कि हमारे सहयोगी और तैनात बल की सुरक्षा सुनिश्चित हो।
गौरतलब है कि दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन ने कहा था कि अमेरिका, चीन और उत्तर कोरिया सैद्धांतिक रूप से कोरियाई युद्ध को समाप्त करने पर सहमत हैं, लेकिन उत्तर कोरिया पूर्व शर्त के तौर पर डीपीआरके के प्रति अमेरिका की शत्रुतापूर्ण नीति को वापस लेने की मांग कर रहा है। मून के इस बयान के बाद अमेरिका ने उत्तर कोरिया की तरफ दोस्ती का हाथ आगे बढ़ाया है।
क्षेत्र की शांति व समृद्धि के लिए बाइडन प्रशासन प्रतिबद्ध
वहीं, दूसरी ओर अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने मंगलवार को कहा कि उनका देश एशिया के अपने साझेदारों के साथ सैन्य और आर्थिक संबंधों का विस्तार करेगा, ताकि चीन की हिंद-प्रशांत क्षेत्र में बढ़ती आक्रामकता को रोका जा सके। ब्लिंकन ने कहा, 'राष्ट्रपति जो बाइडन का प्रशासन क्षेत्र में शांति और समृद्धि कायम रखने के लिए प्रतिबद्ध है। हम अमेरिकी गठबंधन को मजबूत कर, नए साझेदार बनाकर व अमेरिकी सेना की प्रतिस्पर्धी बढ़त को बरकरार रखते हुए ऐसा सुनिश्चित करेंगे। इंडोनेशिया में ब्लिंकन ने कहा, 'खतरा मंडरा रहा है और हमें सुरक्षा तैयारियां बढ़ानी होंगी। इसके लिए हम अपनी सबसे मजबूत ताकत का इस्तेमाल करेंगे और वे हैं-हमारे गठबंधन और साझेदार।'