अमेरिका ने पाकिस्तान तलिबान के तीन आतंकियों पर घोषित किये इनाम
अमेरिका की ये घोषणा ऐसे समय में आई है जब पाकिस्तानी विदेश सचिव तमिना जनूजा ने अमेरिकी अधिकारियों से आतंकवाद के मुद्दे पर वार्ता करने के लिए वाशिंगटन का दौरा किया था।
वाशिंगटन (रायटर्स)। अमेरिका ने पाकिस्तान के तीन आतंकवादियों पर इनाम घोषित किया है। अमेरिकी राज्य विभाग ने गुरुवार को अपने बयान में कहा कि वह पाकिस्तानी तालिबानी प्रमुख मुल्लाह फजलुल्लाह पर 5 मिलियन डॉलर का इनाम घोषित किया है। बता दें कि पाकिस्तानी तालिबान के चरमपंथियों ने ही नोबेल प्राइज विनर मलाला यूसूफजई पर बंदूक से हमला किया था।
इसी समूह ने मई 2010 में न्यूयॉर्क सिटी के टाइम्स स्क्वायर में हुए एक बम हमले की ज़िम्मेदारी ली थी। अमेरिकी स्टेट विभाग ने अपने बयान में ये भी कहा है कि वह पाकिस्तान तालिबान के सहयोगी अब्दुल वलि और मंगल वाघ पर भी 3-3 मिलियन डॉलर का इनाम घोषित किया है। बता दें कि मंगल वाघ नाटो राजदूतों पर हमला करने का आरोपी है।
अमेरिकी स्टेट विभाग ने कहा कि वलि एक टीटीपी सहयोगी का नेता है जिसे जमात उल-अहरार कहा जाता है, इसने या मार्च 2016 में पेशावर में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास के दो स्थानीय कर्मचारियों को मार डाला था। इसके अलावा यह नागरिकों, धार्मिक अल्पसंख्यकों, सैन्य कर्मियों और कानून प्रवर्तन अधिकारियों पर हमले करता रहा है ।
मंगल बाग जो टीटीपी सहयोगी लश्कर-ए-इस्लाम का आतंकी है वह पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच नशीली दवाओं की तस्करी करने का आरोपी है। स्टेट विभाग ने कहा कि ये तीनों आतंकी मानव समाज के लिए एक बड़ा खतरा है।
अमेरिका की ये घोषणा ऐसे समय में आई है जब पाकिस्तानी विदेश सचिव तमिना जनूजा ने अमेरिकी अधिकारियों से आतंकवाद के मुद्दे पर वार्ता करने के लिए वाशिंगटन का दौरा किया था। साथ ही इस दौरानअफगानिस्तान में युद्ध समाप्ति के लिए ट्रंप की रणनीति पर भी बात करने की उम्मीद जताई गई।
गौरतलब है कि वाशिंगटन और काबुल पाकिस्तान पर आरोप लगाते रहे हैं कि वह अफगान तालिबान और इसके सहयोगी हक्कानी नेटवर्क के आतंकियों को शरण दे रहा है हालांकि इस्लामाबाद इन आरोपों से इनकार करता रहा है। उल्टा इस्लामाबाद का आरोप है कि पाकिस्तानी तालिबान अफगानिस्तान में अपना गढ़ बनाए हुए है।
मालूम हो कि इसी साल जनवरी में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने पाकिस्तान को दी जाने वाली 2 अरब डॉलर की रक्षा सहायता निलंबित कर दी थी। पाकिस्तान पर यह आरोप लगाया था कि वह आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करने में असफल रहा है।