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अमेरिकी चुनाव में रूसी दखल का मामला: दामाद के बाद अब राष्‍ट्रपति ट्रंप से पूछताछ संभव

वाशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि संभवत: मुलर इस मामले में ट्रंप से बातचीत करने की कोशिश कर रहे हैं।

By Tilak RajEdited By: Published: Tue, 09 Jan 2018 04:04 PM (IST)Updated: Tue, 09 Jan 2018 04:04 PM (IST)
अमेरिकी चुनाव में रूसी दखल का मामला: दामाद के बाद अब राष्‍ट्रपति ट्रंप से पूछताछ संभव
अमेरिकी चुनाव में रूसी दखल का मामला: दामाद के बाद अब राष्‍ट्रपति ट्रंप से पूछताछ संभव

वाशिंगटन, पीटीआइ। अमेरिका में 2016 में हुए राष्ट्रपति चुनाव में रूस के दखल मामले की जांच अब राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप तक पहुंच सकती है। इस मामले की जांच कर रहे विशेष वकील रॉबर्ट मुलर की टीम राष्ट्रपति ट्रंप से पूछताछ करना चाहती है। मामले में ट्रंप के दामाद जेरेड कुश्नर समेत व्‍हाइट हाउस के कई मौजूदा और पूर्व अधिकारियों से पूछताछ हो चुकी है।

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मीडिया में आई खबरों के अनुसार, मुलर की टीम यह पता लगाना चाहती है कि क्या ट्रंप के चुनाव अभियान सलाहकारों ने चुनाव को प्रभावित करने के लिए रूसी सरकार के साथ कोई सांठगांठ की थी। वह इस बात की भी जांच करना चाहती है कि क्या ट्रंप ने राष्ट्रपति बनने के बाद इस मामले की जांच को बाधित करने की कोशिश की थी। उन्होंने कथित रूप से पूर्व एफबीआइ निदेशक जेम्स कोमी को रूस से संबंधों को लेकर पूर्व सुरक्षा सलाहकार माइकल फ्लिन के खिलाफ जांच बंद करने को कहा था। फ्लिन ने पिछले साल दिसंबर में यह स्वीकार किया था कि उन्होंने रूसी राजदूत से हुई बातचीत को लेकर एफबीआइ से झूठ बोला था।

वाशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि संभवत: मुलर इस मामले में ट्रंप से बातचीत करने की कोशिश कर रहे हैं। इससे संकेत मिलता है कि जांच अंतिम चरण में पहुंच रही है। व्‍हाइट हाउस ने हालांकि कहा है कि ट्रंप स्पष्ट कर चुके हैं कि वह सहयोग के लिए तैयार हैं, क्योंकि उनके पास छुपाने के लिए कुछ नहीं है।

क्या है मामला
रूस पर राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप की जीत सुनिश्चित करने के लिए हस्तक्षेप का आरोप है। ट्रंप टीम पर आरोप है कि चुनाव के दौरान वह रूस के संपर्क में थी। रूस और ट्रंप दोनों इस आरोप को खारिज कर चुके हैं।

कौन हैं मुलर
पिछले सप्ताह बर्खास्त किए गए जेम्स कोमी से पहले रॉबर्ट मुलर ही एफबीआइ के निदेशक थे। 11 सितंबर, 2001 के आतंकी हमले से सात दिन पहले उन्होंने यह जिम्मेदारी संभाली थी। वह 2013 तक इस पद पर रहे। मुलर को काफी सख्त और दबाव के सामने नहीं झुकने वाला शख्स माना जाता है।


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