वेनेजुएला: राष्ट्रपति निकोलस मादुरो को सत्ता से बेदखल करने के लिए US ने खेला ये दांव
अमेरिका के इस कदम के पीछे वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो के प्रतिद्वंद्वी एवं विपक्षी नेता जुआन गुइडो को मजबूती देना है।
वाशिंगटन, प्रेट्र। वेनेजुएला के निर्वाचित राष्ट्रपति निकोलस मादुरो पर शिकंजा कसते हुए अमेरिका ने वहां की सरकारी तेल कंपनी पर प्रतिबंध लगा दिए हैं। इससे वेनेजुएला को सालाना सैकड़ों अरब रुपये का नुकसान उठाना पड़ेगा। अमेरिका ने स्वयंभू राष्ट्रपति जुआन गुएडो को सत्ता सौंपने के लिए मादुरो पर दबाव बनाने की रणनीति के तहत ये पाबंदी लगाई है।
पेट्रोलिओस डी वेनेजुएला, एसए या पीडीवीएसए पर प्रतिबंध लगने से अमेरिकी उद्यमी और कंपनियां अब उसके साथ कोई कारोबार नहीं कर सकेंगी। वेनेजुएला अपने तेल उत्पादन का 41 फीसद अमेरिका को निर्यात करता है।
ट्रंप प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि वित्तीय पेनाल्टी के बाद वेनेजुएला की लगभग पांच सौ अरब रुपये की संपत्ति ब्लॉक हो जाएगी, जबकि सालाना उसे तेल के निर्यात से होने वाली लगभग आठ सौ अरब रुपये के राजस्व का नुकसान उठाना पडे़गा। पहले से ही आर्थिक संकट से जूझ रहे वेनेजुएला के लिए मुश्किलें और बढ़ जाएंगी।
पिछले हफ्ते अमेरिका ने गुएडो को वेनेजुएला के अंतरिम राष्ट्रपति के रूप में मान्यता दे दी थी। इसके बाद मादुरो ने अमेरिका से राजनयिक संबंध तोड़ लिए थे।
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने वित्त मंत्री स्टीवन न्यूचिन के साथ संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि मादुरो और उनके सहयोगियों को वेनेजुएला के लोगों की संपत्ति को लंबे समय तक लुटने नहीं दिया जा सकता। दोनों ने वेनेजुएला की सेना और सुरक्षा बलों से भी सत्ता के शांतिपूर्ण हस्तांतरण में मदद देने की अपील की।
उन्होंने कहा कि अमेरिका गुएडो के समर्थन के लिए राजनयिक और आर्थिक उपायों को अपनाता रहेगा। वेनेजुएला को तेल के निर्यात से 98 फीसद राजस्व प्राप्त होता है। वह अपने तेल का 41 फीसद अमेरिका को निर्यात करता है।