चीन के साथ तनाव के बीच ताइवान को 1.8 अरब डॉलर के हथियार बेचेगा अमेरिका
अमेरिका ने हथियारों को बेचने का यह फैसला ऐसे समय में लिया है जब चीन और ताइवान के बीच तनाव बढ़ा हुआ है। चीन बार-बार ताइवान पर हमले की धमकी दे रहा है और स्व-शासित द्वीप को डराने के लिए आक्रामक नीति अपना रहा है।
वाशिंगटन, एएनआइ। चीन के साथ जारी तनाव के बीच संयुक्त राज्य अमेरिका ने ताइवान को मिसाइल और तोपखाने सहित तीन हथियार प्रणालियों की संभावित बिक्री को मंजूरी दे दी है, जिसका कुल मूल्य 1.8 अरब अमेरिकी डालर हो सकता है। वही, ताइवान की सक्रियता को देखते हुए चीन ने भी अपनी सामरिक तैयारियों को मजबूत करना शुरू कर दिया है। दक्षिणपूर्व के समुद्री तट पर पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की गतिविधियां तेज हो गई हैं और अत्याधुनिक मिसाइल तैनात की जा रही हैं।
विदेश विभाग द्वारा कांग्रेस के लिए औपचारिक अधिसूचना के मुताबिक इस जील में लॉकहीड मार्टिन कॉर्प द्वारा बनाए गए 11 ट्रक-आधारित रॉकेट लॉन्चर भी हैं, जिसे उच्च गतिशीलता आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम (HIMARS) कहा जाता था। इसकी अनुमानित लागत 40 करोड़ डालर के आसपास है। इसके अलावा बोइंग द्वारा बनाए गए 135 AGM-84H स्टैंडऑफ लैंड अटैक मिसाइल एक्सपेंडेड रिस्पॉन्स (SLAM-ER) को भी शामिल किया गया है, जिसकी अनुमानित राशि 1 अरब डॉलर है।
अमेरिका ने यह फैसला ऐसे समय में आया है जब चीन और ताइवान के बीच तनाव बढ़ा हुआ है। चीन बार-बार ताइवान पर हमले की धमकी दे रहा है और स्व-शासित द्वीप को डराने के लिए आक्रामक नीति अपना रहा है। दूसरी तरफ हाल ही के दिनों में भारत-प्रशांत क्षेत्र और कोरोना वायरस महामारी सहित विभिन्न कारणों से चीन और अमेरिका के बीच संबंध खराब हुए हैं।
दशकों से चीनी सरकार ताइवान पर अपने अधिकार का दावा करती रही है। हालांकि, ताइवान को संयुक्त राष्ट्र द्वारा मान्यता प्राप्त नहीं है, बावजूद इसके ताइवान सरकार अमेरिका के साथ संबंध बनाए रखे हुए है, जो की चीन को पसंद नहीं है।