Move to Jagran APP

पत्रकार डैनियल पर्ल हत्‍याकांड: दोषी आतंकी उमर की सजा पलटने पर पाक से खफा हुआ अमेरिका

पत्रकार डैनियल पर्ल के अपहरण और हत्या के लिए दोषी उमर सईद शेख की सजा को पलट देने के पाकिस्तान की अदालत के फैसले पर अमेरिका ने अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी है।

By Ramesh MishraEdited By: Published: Fri, 03 Apr 2020 07:44 AM (IST)Updated: Fri, 03 Apr 2020 08:06 AM (IST)
पत्रकार डैनियल पर्ल हत्‍याकांड: दोषी आतंकी उमर की सजा पलटने पर पाक से खफा हुआ अमेरिका
पत्रकार डैनियल पर्ल हत्‍याकांड: दोषी आतंकी उमर की सजा पलटने पर पाक से खफा हुआ अमेरिका

वाशिंगटन, एजेंसी । पत्रकार डैनियल पर्ल के अपहरण और हत्या के लिए दोषी उमर सईद शेख की सजा को पलट देने के पाकिस्तान की अदालत के फैसले पर अमेरिका ने अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी है। अमेरिकी हाउस प्रतिनिधि की विदशी मामलों की समिति ने इसकी निंदा की है। समिति के अध्यक्ष एलियट एंगल ने कहा है कि पाकिस्‍तान के इस रवैये से अमेरिका चिंतित है। उन्‍होंने पाकिस्तान से आतंकवाद समस्या के समाधान में वास्तविक प्रतिबद्धता प्रदर्शित करने का आह्वान किया। बता दें कि 2002 में वॉल स्ट्रीट जर्नल के पत्रकार डैनियल पर्ल की हत्‍या मामले के मुख्य आरोपी ब्रिटेन में जन्मे अहमद उमर शेख को पाकिस्‍तान की आतंकवाद निरोधी अदालत ने जो सजा सुनाई थी, उसे सिंध हाई कोर्ट ने पलट दिया।

loksabha election banner

अमेरिका हर जगह आतंकवाद के पीड़ितों के साथ

अमेरिकी विदेश विभाग के ब्यूरो ऑफ साउथ एंड सेंट्रल एशियन अफेयर्स की प्रमुख उप सहायक सचिव एलिस वेल्स ने भी सजा के पलट जाने पर टिप्पणी की है पर्ल की हत्या के लिए दोषियों की सजा का पलटा जाना आतंकवाद के पीड़ितों के साथ अन्‍यायपूर्ण है। इसका पूरी दुनिया में विरोध हो रहा है। उन्‍होंने कहा कि अमेरिका हर जगह आतंकवाद के पीड़ितों के साथ है। 

आजीवन कारावास की सजा काट रहे तीन अन्य दोषी भी बरी 

पर्ल की हत्या के मामले में ब्रिटिश मूल के शेख और तीन अन्य को दोषी ठहराया गया है। शेख को हत्या का मास्टरमाइंड होने के कारण 2002 में मौत की सजा सुनाई गई थी। अल जज़ीरा के अनुसार, हत्या के सिलसिले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे तीन अन्य दोषियों को सिंध उच्च न्यायालय ने बरी कर दिया और रिहा कर दिया।

जनवरी 2002 में पर्ल का अपहरण के बाद हत्या 

गौरतलब है कि पर्ल 11 सितंबर, 2001 को संयुक्त राज्य अमेरिका पर हमले के बाद कराची में सशस्त्र समूहों की जांच कर रहे थे, जब जनवरी 2002 में उनका अपहरण कर लिया गया था। उनकी हत्या का वीडियो कुछ हफ्तों बाद सामने आया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.