दुनिया को अपने देश की सैन्य ताकत दिखाएंगे ट्रंप, मौका होगा बेहद खास
ट्रंप ने सेना नौसेना वायुसेना और तटरक्षक बल के प्रमुखों से आग्रह किया है कि वे भी इस खास मौके पर उनके साथ मौजूद रहें।
वाशिंगटन, न्यूयॉर्क टाइम्स। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका डे (चार जुलाई) के मौके पर दुनिया को अपने देश की सैन्य ताकत दिखाना चाहते हैं। अमेरिका इस दिन अपना स्वतंत्रता दिवस मनाता है। ट्रंप ने रक्षा मंत्रालय पेंटागन से कहा है कि गुरुवार को राजधानी वाशिंगटन में सलामी परेड में सेना के टैंक प्रदर्शित किए जाएं।
देश की हवाई ताकत दिखाने के लिए वायुसेना के लड़ाकू विमानों को भी इसमें शामिल किया जाए। उन्होंने आतिशबाजी करने के लिए भी कहा है। ट्रंप ने सेना, नौसेना, वायुसेना और तटरक्षक बल के प्रमुखों से आग्रह किया है कि वे भी इस खास मौके पर उनके साथ मौजूद रहें।
राष्ट्रपति भवन ह्वाइट हाउस के ओवल ऑफिस में सोमवार को ट्रंप ने कहा, 'यह अमेरिका डे बेहद खास होगा। मैं उम्मीद करता हूं कि बड़ी संख्या में लोग आएंगे। प्रदर्शित करने के लिए हमारे पास कुछ नए अविश्वसनीय सैन्य उपकरण हैं और हमें उन पर नाज है।'
परेड में नवीनतम अब्राम और शर्मन टैंक प्रदर्शित किए जाने की उम्मीद है। एम1 अब्राम टैंक का इस्तेमाल खाड़ी युद्ध के दौरान हुआ था। अमेरिकी सेना इस टैंक का अब भी उपयोग कर रही है। एम4 शर्मन टैंक का उपयोग द्वितीय विश्वयुद्ध और कोरियाई युद्ध के दौरान किया गया था।
लिंकन मेमोरियल से भाषण भी देंगे
ट्रंप गुरुवार शाम लिंकन मेमोरियल की सीढि़यों पर खड़े होकर भाषण भी देंगे। वह अमेरिका के पहले राष्ट्रपति होंगे जो स्वतंत्रता दिवस समारोह में शामिल होगा।
दो दिन में कैसे होगी तैयारी
पेंटागन के अधिकारियों ने कुछ भी कहने से मना कर दिया, लेकिन यह बात जरूर कही कि राष्ट्रपति के टैंक प्रदर्शित करने के आग्रह को इतने कम समय में कैसे पूरा किया जाएगा? समारोह के लिए महज दो दिन बचे हैं। सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि 60 टन से ज्यादा वजन वाले टैंक किस तरह कार्यक्रम स्थल तक पहुंचाए जाएंगे? टैंकों की सुरक्षा के लिए सैनिकों की भी जरूरत पड़ेगी। इस समय कई सैनिक छुट्टियों पर अपने घर चले गए हैं।
2017 में जताई थी सैन्य परेड की इच्छा
ट्रंप के दिमाग में सैन्य परेड का खयाल वर्ष 2017 में फ्रांस के राष्ट्रीय दिवस बास्तील डे में शामिल होने के वक्त आया था। इस मौके पर फ्रांस अपनी सैन्य क्षमता का प्रदर्शन करता है। तब ट्रंप ने कहा था, 'हम भी चार जुलाई को वाशिंगटन के पेंसिल्वेनिया एवन्यू में ऐसा ही कुछ करेंगे।' इसके बाद उन्होंने सैन्य परेड की वकालत की थी, लेकिन अधिकारियों के विरोध और परेड पर नौ करोड़ डॉलर (करीब 620 करोड़ रुपये) का खर्च आने के चलते उन्होंने इस खयाल को छोड़ दिया था।
खाड़ी युद्ध के बाद हुई थी परेड
अमेरिका में सैन्य परेड खाड़ी युद्ध समाप्त होने के बाद हुई थी। इसका आयोजन जून, 1991 में राजधानी वाशिंगटन डीसी में किया गया था।