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भारत और चीन के बीच हालात बहुत बुरे, सीमा विवाद में मध्यस्थता को तैयार हूं- डोनाल्ड ट्रंप

अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा है कि भारत और चीन के बीच इस समय हालात बेहद गंभीर है। साथ ही उन्होंने सीमा विवाद में दोनों देशों की मदद के लिए मध्यस्थता की भी पेशकश की।

By Shashank PandeyEdited By: Published: Sat, 05 Sep 2020 08:54 AM (IST)Updated: Sat, 05 Sep 2020 10:58 AM (IST)
भारत और चीन के बीच हालात बहुत बुरे, सीमा विवाद में मध्यस्थता को तैयार हूं- डोनाल्ड ट्रंप
भारत और चीन के बीच हालात बहुत बुरे, सीमा विवाद में मध्यस्थता को तैयार हूं- डोनाल्ड ट्रंप

वाशिंगटन, रायटर। भारत-चीन के बीच बढ़ते विवाद को देखते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर मध्यस्थता की पेशकश की है। उन्होंने जोर देते हुए कहा है कि लद्दाख सीमा पर हालात 'बहुत ही खराब' हैं और चीन अधिक मजबूती के साथ तनाव में वृद्धि करने जा रहा है। ऐसे में वे इस मामले में शामिल होना और मदद करना चाहेंगे। चीन को लेकर ट्रंप का यह बयान ऐसे समय है, जब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने चीनी समकक्ष वी फेंग और एक उच्चस्तरीय भारतीय प्रतिनिधिमंडल के साथ मॉस्को में बैठक की।

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शुक्रवार को व्हाइट हाउस में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में ट्रंप ने कहा, 'भारत और चीन के संबंध में हम मदद करने को तैयार हैं। अगर हम कुछ भी कर सकते हैं तो हम इसमें शामिल होना और मदद करना चाहेंगे। इस बारे में हम दोनों देशों से बात कर रहे हैं।' यह पूछे जाने पर कि क्या चीन भारत के साथ दादागीरी करने की कोशिश कर रहा है तो ट्रंप ने कहा, 'मैं उम्मीद करता हूं कि ऐसा नहीं हो, लेकिन वह निश्चित ही यह करने जा रहा है। अधिकांश लोग जितना समझ रहे हैं, वह उससे कहीं ज्यादा मजबूती से यह करने जा रहा है।'

अमेरिकी सरकार के एक सूत्र ने समाचार एजेंसी रायटर को वाशिंगटन में कहा कि अमेरिकी मूल्यांकन है कि न तो चीन और न ही भारत इस विवाद को इस बिंदु पर धकेलने में रुचि रखते हैं कि वे युद्ध में शामिल होंगे। ट्रंप से व्हाइट हाउस में एक समाचार ब्रीफिंग में भारत-चीन विवाद के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह दोनों देशों के साथ इस बारे में बात कर रहे हैं कि हालात को ठीक करने में मदद करने के लिए वह क्या कर सकता है।

बता दें ट्रंप पहले भी इन दो परमाणु-सशस्त्र राष्ट्रों के बीच मध्यस्थता की पेशकश कर चुके हैं। भारत और चीन दोनों देशों ने हमेशा साफ कहा है उन्हें मध्यस्थता करने के लिए किसी तीसरे पक्ष की आवश्यकता नहीं है।


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