Move to Jagran APP

चीन के लिए जासूसी करने के आरोप में अमेरिकी पुलिस अधिकारी गिरफ्तार, ड्रैगन ने आरोपों को बताया मनगढ़ंत

राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए असिस्टेंट अटॉर्नी जनरल जॉन डेमेर्स ने लगाए गए आरोपों के बारे में कहा कि चीन सरकार ने अमेरिकी नागरिक एवं अमेरिका के सबसे बड़े कानून प्रवर्तन विभाग के सदस्य आंगवान को भर्ती किया और उसे खुफिया जानकारी मुहैया कराने का आदेश दिया।

By Dhyanendra SinghEdited By: Published: Tue, 22 Sep 2020 06:21 PM (IST)Updated: Tue, 22 Sep 2020 06:35 PM (IST)
चीन के लिए जासूसी करने के आरोप में अमेरिकी पुलिस अधिकारी गिरफ्तार, ड्रैगन ने आरोपों को बताया मनगढ़ंत
न्यूयॉर्क सिटी पुलिस में तैनात था बैमादाजिए आंगवान

न्यूयॉर्क, प्रेट्र। चीन के लिए जासूसी करने के आरोप में न्यूयॉर्क शहर के एक पुलिस अधिकारी को सोमवार को गिरफ्तार किया गया। तिब्बती मूल के बैमादाजिए आंगवान (33) पर अमेरिका में तिब्बती स्वतंत्रता आंदोलन के समर्थकों की जासूसी करने का आरोप है। उस पर झूठे बयान देने और आधिकारिक कार्रवाई को बाधित करने समेत कई आरोप लगाए गए हैं। यदि आंगवान पर आरोप साबित होते हैं तो उसे अधिकतम 55 साल कैद की सजा सुनाई जा सकती है।

loksabha election banner

उधर, चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने अमेरिका द्वारा लगाए गए आरोपों को मनगढ़ंत बताया है। उन्होंने कहा कि अमेरिका स्थित चीनी वाणिज्य दूतावास और उसके कर्मचारियों को बदनाम करने की साजिश किसी कीमत पर कामयाब नहीं होगी।

राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए असिस्टेंट अटॉर्नी जनरल जॉन डेमेर्स ने लगाए गए आरोपों के बारे में कहा कि चीन सरकार ने अमेरिकी नागरिक एवं अमेरिका के सबसे बड़े कानून प्रवर्तन विभाग के सदस्य आंगवान को भर्ती किया और उसे खुफिया जानकारी मुहैया कराने का आदेश दिया।

चीन की सरकार को दे रहा था न्यूयॉर्क के गतिविधियों की जानकारी

अमेरिका के कार्यवाहक अटॉर्नी सेथ डुचार्मे ने कहा कि आंगवान ने न्यूयॉर्क पुलिस अधिकारी के तौर पर ली गई शहर के नागरिकों की रक्षा और सेवा करने की शपथ तोड़ी है। इतना ही नहीं उसने चीन सरकार को न्यूयॉर्क इलाके में चीनी नागरिकों की गतिविधियों की सूचना दी तथा अमेरिका में तिब्बती समुदाय के बीच खुफिया स्रोत विकसित किए। सांस्कृति वीजा पर आंगवान चीन से अमेरिका आया और फिर शरण के लिए आवेदन किया। उसने अपने आवेदन में कहा कि तिब्बती होने के नाते उसे चीन में ना केवल गिरफ्तार किया गया बल्कि उसे प्रताड़ित भी किया।

एफबीआई के काउंटरइंटेलिजेंस डिवीजन के असिस्टेंट डायरेक्टर एलन कोहलर ने कहा कि इस ताजा मामले से साबित होता है कि चीन अमेरिका के लिए सबसे बड़ा खतरा है। जांच में यह भी बात सामने आई है कि 2016 के बाद से उसे चीन से एक लाख 20 हजार डॉलर भी मिले।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.