भारत-अमेरिका रणनीतिक वार्ता टली, अप्रैल के मध्य में संभावित थी वार्ता
अमेरिका के एक अधिकारी ने बताया कि यह वार्ता फिलहाल टाल दी गई है।
वाशिंगटन (पीटीआई)। भारत और अमेरिका के बीच अप्रैल मध्य में होने वाली रणनीतिक वार्ता टाल दी गई है। ऐसा अमेरिका के नए विदेश मंत्री माइक पोंपियो की नियुक्ति पर सीनेट से अभी मुहर नहीं लगने के चलते किया गया। भारत और अमेरिका के बीच पहली टू प्लस टू वार्ता में दोनों के विदेश और रक्षा मंत्रियों को शामिल होना है।
गौरतलब है कि पिछले साल ह्वाइट हाउस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच मुलाकात के दौरान दो दिवसीय टू प्लस टू वार्ता की घोषणा की गई थी। यह वार्ता 18 और 19 अप्रैल को होने की संभावना थी।
अमेरिका के एक अधिकारी ने बताया कि यह वार्ता फिलहाल टाल दी गई है। नाम नहीं बताने की शर्त पर उन्होंने कहा कि इससे दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। दोनों देशों के विदेश और रक्षा मंत्रालयों के अधिकारियों ने इस हफ्ते अपने एजेंडे का जारी रखने का फैसला किया। हालांकि दोनों देशों के विदेश और रक्षा मंत्रियों की उच्च स्तरीय बातचीत के संबंध आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। भारत के विदेश और रक्षा सचिवों ने इस हफ्ते की शुरुआत में अपने अमेरिकी समकक्षों के साथ चर्चा की। अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन की बर्खास्तगी और पोंपियो की नियुक्ति की ट्रंप की घोषणा के बीच ही भारतीय प्रतिनिधिमंडल अमेरिका पहुंचा था।
पिछले साल जून के बाद दोनों देशों ने वार्ता के लिए कई तारीखों पर चर्चा की। इसके लिए जनवरी को चुना गया लेकिन दोनों देशों के विदेश और रक्षा मंत्री उपलब्ध नहीं थे। अंतत: इस साल फरवरी में तय किया गया कि वार्ता अप्रैल के मध्य में होगी। लेकिन 13 मार्च को टिलरसन की बर्खास्तगी के बाद इसे भी बदलना पड़ा। अब सीनेट से नए विदेश मंत्री के तौर पर पोंपियो के नाम की पुष्टि होने के बाद ही वार्ता की नई तारीख तय होगी।