Spy Balloon: चीनी जासूसी गुब्बारे के मलबे को तलाशने में जुटी अमेरिकी सेना, दागी गई थी AIM-9X सुपसोनिक मिसाइल
एफ-22 ने चीनी जासूसी गुब्बारे पर एआईएम-नाइनएक्स सुपसोनिक मिसाइल दागी थी। जिसके चलते गुब्बारा फट गया और उसका मलबा तट से छह नाटिकल मील दूर अटलांटिक महासागर में जा गिरा। अब मलबे को एकत्रित करने के लिए ऑपरेशन चलाया गया है।
वाशिंगटन, राउटर्स। अमेरिकी सेना संदिग्ध चीनी जासूसी गुब्बारे के मलबे को तलाश रही है। इसकी अमेरिकी सेना ने खुद रविवार को दी। दरअसल, अमेरिका ने एक दिन पहले चीनी जासूसी गुब्बारे को मार गिराया था। जिसकी वजह से अमेरिका और चीन के बीच संबंध और भी ज्यादा तनावपूर्ण हो गए।
मलबे को बरामद करने की हो रही कोशिश
उत्तरी अमेरिकी एयरोस्पेस रक्षा कमान और अमेरिकी उत्तरी कमान के कमांडर जनरल ग्लेन वानहर्क ने बताया कि नौसेना जासूसी गुब्बारे के मलबे को बरामद करने में जुटी हुई है और इस ऑपरेशन में तटरक्षक बल उन्हें सुरक्षा प्रदान कर रहे हैं। कहा जा रहा है कि अमेरिका को गुब्बारे के मलबे से चीन की जासूसी क्षमताओं के बारे में अहम जानकारी मिल सकती है।
जासूसी गुब्बारे पर किया था मिसाइल हमला
अमेरिकी वायुसेना के एफ-22 लड़ाकू विमान ने साउथ कैरोलिना समुद्री तट के पास सटीक मिसाइल हमले में चीनी जासूसी गुब्बारे को मार गिराया था। यह गुब्बारा करीब एक सप्ताह अमेरिकी वायुसीमा में रहा और उसके चलते अमेरिका व चीन के संबंधों में तनाव पैदा हो गया है। चीन ने अमेरिका की कार्रवाई पर कड़ा विरोध जताया है।
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अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा था कि उन्होंने बुधवार को इस गुब्बारे को मार गिराने के आदेश दिए थे लेकिन रक्षा मंत्रालय (पेंटागन) ने इसके समुद्र के नजदीक पहुंचने तक इंतजार करने की सलाह दी थी। गुब्बारे और उसमें लगे उपकरणों के मलबे से नागरिकों को नुकसान से बचाने के लिए ऐसा करना जरूरी था। हालांकि, गुब्बारे को गिराने वाले लड़ाकू विमान के पायलट को बाइडन ने धन्यवाद कहा।
अटलांटिक महासागर में गिरा मलबा
एफ-22 ने चीनी जासूसी गुब्बारे पर एआईएम-नाइनएक्स सुपसोनिक मिसाइल दागी थी। जिसके चलते गुब्बारा फट गया और उसका मलबा तट से छह नाटिकल मील दूर अटलांटिक महासागर में जा गिरा। अब मलबे को एकत्रित करने के लिए ऑपरेशन चलाया गया है।