राष्ट्रपति पद से तुरंत हटाए जाएं ट्रंप, संसद में बवाल से नाराज अमेरिकी सांसदों ने की मांग
राष्ट्रपति चुनाव के परिणामों को नहीं स्वीकारने वाले डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों ने कैपिटल हिल में काफी हंगामा किया और हिंसक घटनाओं को अंजाम दिया। इसपर अमेरिका में ट्रंप की निंदा की जा रही है और उन्हें राष्ट्रपति पद से तुरंत हटाए जाने की जबर्दस्त मांग की जा रही है।
वाशिंगटन, प्रेट्र। अमेरिका के संसद में हुए बवाल को लेकर देश भर में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (President Donald Trump) की निंदा की जा रही है, यहां तक कि उन्हें तुरंत पद से हटाने की जबर्दस्त मांग की जा रही है। अनेकों अमेरिकी सांसदों (US lawmakers) ने ट्रंप के खिलाफ आवाज बुलंद की है। इनका आरोप है कि इन्होंने अपने समर्थकों को भड़काया है जिन्होंने कैपिटल में दंगा किया है। इसके बाद अमेरिका के लोकतंत्र पर एक दाग लग गया। बता दें कि आगामी 20 जनवरी को ट्रंप का कार्यकाल खत्म हो रहा है और निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन पद की शपथ लेने वाले हैं।
महाभियोग और ट्रंप को हटाने की मांग जोरों पर
संसद में जारी संयुक्त सत्र के बीच हजारों ट्रंप समर्थक दंगाईयों ने बुधवार को हंगामा किया और हिंसक घटना को अंजाम दिया। सांसद स्टीवन हॉर्सफोर्ड (Steven Horsford ) ने कहा, 'संसद का सदस्य होने के नाते 6 जनवरी को इलेक्टोरल कॉलेज पर चर्चा की जा रही थी। आज राष्ट्रपति ट्रंप हमें अपनी जिम्मेवारी का निर्वाह करने के बीच बाधक बने हैं और लोकतंत्र में रुकावट पैदा की।' उनके इस बयान को वहां मौजूद दर्जनों सांसदों ने अपना समर्थन दिया। सांसद सारा जैकब (Congresswoman Sara Jacobs) और डॉन बेयर (Congressman Don Beyer) ने भी ट्रंप और उन सांसदों को तुरंत हटाए जाने की मांग की जो अभी भी चुनाव की प्रक्रिया पर धांधली और हेर फेर का आरोप लगा रहे हैं।
हॉर्सफोर्ड ने आगे कहा, '1812 के युद्ध के बाद से पहली बार अमेरिकी संसद में इस तरह की घटना हुई है। आज की यह हिंसक घटना लोकतंत्र के विपरीत है। आज की हिंसा के बाद मेरे पास संवैधानिक जिम्मेवारी पूरी करने और राष्ट्रपति ट्रंप को हटाने की मांग के अलावा कोई और विकल्प नहीं है। राष्ट्रपति ट्रंप पर महाभियोग चलाया जाना चाहिए और उन्हें तुरंत राष्ट्रपति पद से हटा दिया जाना चाहिए।'
उन्होंने कहा, 'अमेरिका के राष्ट्रपति ने आतंकियों को पेनसिल्वानिया एवेन्यू में हमले के लिए भेज दिया ताकि संसद में चुनाव के सर्टिफिकेशन का काम रुक जाए। इस शख्स को तुरंत हटाने की आवश्यकता है ओर मुझे उम्मीद है कि आगे उन्हें इसके परिणामों को भुगतना होगा।
राष्ट्रपति केनेडी की हत्या के मद्देनजर 50 साल पहले 25वां संशोधन किया गया था ताकि उनकी जगह पर नये राष्ट्रपति को नियुक्त किया जा सके। कैपिटल बिल्डिंग में उत्पात और हिंसा के बाद भी ट्रंप अपनी जिद पर कायम हैं और राष्ट्रपति चुनाव के परिणाम को स्वीकार करने से इनकार कर रहे हैं। इसके कारण ट्रंप की दुनिया भर में आलोचना और निंदा हो रही है। महाभियोग के जरिए अमेरिकी संसद राष्ट्रपति को पद से हटा सकती है। देश के संविधान के 25वें संशोधन की मदद से राष्ट्रपति की अपनी ही कैबिनेट उन्हें पद से हटा सकती है।
अपनी ही कैबिनेट ट्रंप को हटा सकती है
कैपिटल बिल्डिंग में उत्पात और हिंसा के बाद भी ट्रंप अपनी जिद पर कायम हैं और राष्ट्रपति चुनाव के परिणाम को स्वीकार करने से इनकार कर रहे हैं। इसके कारण ट्रंप की दुनिया भर में आलोचना और निंदा हो रही है। महाभियोग के जरिए अमेरिकी संसद राष्ट्रपति को पद से हटा सकती है। देश के संविधान के 25वें संशोधन की मदद से राष्ट्रपति की अपनी ही कैबिनेट उन्हें पद से हटा सकती है।