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अमेरिकी भारतीय सांसद राजा कृष्णमूर्ति बोले, भारतीय सीमा के पास चीन की निर्माण गतिविधियां चिंताजनक

अमेरिकी सदन की खुफिया मामलों की स्थायी प्रवर समिति के अब तक के पहले भारतीय-अमेरिकी सदस्य राजा कृष्णमूर्ति ने रविवार को कहा कि यह दक्षिण चीन सागर में उसके (चीन के) व्यवहार की तरह है जहां वह द्वीप बना रहा है। वह तथ्यों को बदलने की कोशिश कर रहा है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Sun, 29 Nov 2020 05:52 PM (IST)Updated: Sun, 29 Nov 2020 05:52 PM (IST)
अमेरिकी भारतीय सांसद राजा कृष्णमूर्ति बोले, भारतीय सीमा के पास चीन की निर्माण गतिविधियां चिंताजनक
अमेरिका के प्रभावशाली सांसद एवं डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता राजा कृष्णमूर्ति

 वाशिंगटन, प्रेट्र। अमेरिका के प्रभावशाली सांसद एवं डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता राजा कृष्णमूर्ति ने लद्दाख में भारतीय सीमा के पास चीन की जारी निर्माण गतिविधियों संबंधी खबरों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यदि ये खबरें सही हैं, तो यह चीन की ओर से उकसाने वाला कदम है और यह दक्षिण चीन सागर में जारी बीजिंग की गतिविधियों जैसा ही है। अमेरिकी सदन की खुफिया मामलों की स्थायी प्रवर समिति के अब तक के पहले भारतीय-अमेरिकी सदस्य राजा कृष्णमूर्ति  ने रविवार को कहा कि यह दक्षिण चीन सागर में उसके (चीन के) व्यवहार की तरह है, जहां वह द्वीप बना रहा है और जहां वह तथ्यों को बदलने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा कि चीन की निर्माण गतिविधियों की सूचना देने वाले स्रोतों में उपग्रह से ली गई तस्वीरें भी शामिल हैं। 

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अमेरिकी के प्रभावशाली डेमोक्रेटिक सांसद ने कहा, भारत के साथ खड़ा है अमेरिका

लगातार तीसरी बार प्रतिनिधि सभा में हाल में पुन: चुने गए राजा कृष्णमूर्ति ने कहा कि अमेरिका भारत के साथ खड़ा है। उन्होंने कहा, अमेरिकी संसद और ट्रंप प्रशासन एवं आगामी बाइडन प्रशासन हिंद प्रशांत क्षेत्र में हमारे भारतीय साझेदारों के साथ खड़े हैं। भारत, जापान, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका का मालाबार अभ्यास इस बात का संकेत है कि हिंद प्रशांत क्षेत्र में हम एक-दूसरे के साथ खड़े रहेंगे। 

भारत के पुराने मित्र हैं जो बाइडन 

राजा कृष्णमूर्ति ने कहा कि अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन भारत के पुराने मित्र हैं। वह भारतीय मूल की निर्वाचित उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के साथ मिलकर भारत के लिए खड़े रहेंगे। नवनिर्वाचित विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन भी भारत के पुराने मित्र हैं। मुझे भरोसा है कि ब्लिंकन राष्ट्रपति बाइडन और उपराष्ट्रपति हैरिस के साथ मिलकर संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे।


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