पूर्व अमेरिकी नौसैनिक ने कबूला भारतीय इंजीनियर की हत्या का जुर्म
2016 के राष्ट्रपति चुनाव के दौरान डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका फर्स्ट के नारे के चलते अमेरिका में नस्ली वातावरण बना था।
वाशिंगटन, पीटीआइ। अमेरिका के पूर्व नौसैनिक एडम प्यूरिंटन ने अपना यह जुर्म कबूल लिया है कि उसने घृणा अपराध में भारतीय इंजीनियर श्रीनिवास कुचीभोतला की हत्या की थी। उसने पिछले साल 22 फरवरी को कंसास में 32 वर्षीय श्रीनिवास को गोली मार दी थी। इसमें उनकी मौत हो गई थी, जबकि हमले में उनका दोस्त आलोक मदसानी घायल हो गया था।
एडम (52) ने कंसास की संघीय अदालत में अपना जुर्म कबूल किया। कोर्ट दस्तावेजों के अनुसार, उस पर हत्या, हत्या के प्रयास और घृणा अपराध के आरोप लगाए गए। उसे चार मई को सजा सुनाई जाएगी। उसे उम्रकैद के साथ ही हत्या के प्रयास में न्यूनतम 146 माह की सजा हो सकती है। एडम ने पहले अपना जुर्म मानने से इन्कार कर दिया था।
श्रीनिवास मामले की सुनवाई पिछले साल नवंबर में शुरू हुई थी। एडम के अपराध स्वीकार करने पर श्रीनिवास की पत्नी सुनयना डुमाला ने कहा, 'इससे श्रीनिवास वापस नहीं आएंगे, लेकिन इससे यह कड़ा संदेश जाएगा कि घृणा अपराध स्वीकार्य नहीं है।'
उल्लेखनीय है कि 2016 के राष्ट्रपति चुनाव के दौरान डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका फर्स्ट के नारे के चलते अमेरिका में नस्ली वातावरण बना था। उस दौरान प्रवासियों पर कई हमले हुए थे। श्रीनिवास की हत्या ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लोगों का ध्यान खींचा था और अमेरिका में असहिष्णुता बढ़ने की आशंका जताई गई थी।