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US China Trade War: चीन पर आक्रामक अमेरिका ने लगाए नए प्रतिबंध, पांच वस्तुओं के एक्सपोर्ट पर रोक

US China Trade War जबरन मजदूरी मामले पर चीन से आयात होने वाले पांच वस्तुओं को अमेरिका ने प्रतिबंधित कर दिया है।

By Monika MinalEdited By: Published: Tue, 15 Sep 2020 08:30 AM (IST)Updated: Tue, 15 Sep 2020 09:47 AM (IST)
US China Trade War: चीन पर आक्रामक अमेरिका ने लगाए नए प्रतिबंध, पांच वस्तुओं के एक्सपोर्ट पर रोक
US China Trade War: चीन पर आक्रामक अमेरिका ने लगाए नए प्रतिबंध, पांच वस्तुओं के एक्सपोर्ट पर रोक

वाशिंगटन, एएनआइ। US China Trade War: चीन के खिलाफ कार्रवाइयों में अमेरिका ने एक और कदम उठाया है। जबरन मजदूरी का हवाला देते हुए अब वहां से आने वाले  कॉटन, हेयर प्रोडक्ट, कंप्यूटर कंपोनेंट और कुछ टेक्सटाइल को प्रतिबंधित कर दिया गया है। चीन के शिनजियांग प्रांत में रहने वाले उइगर समुदाय के लोगों से जबरन मजदूरी करवा कर बन रहे प्रोडक्ट पर अमेरिका की ओर से यह रोक लगाई गई है। इस प्रतिबंंध के फैसले पर अमेरिका ने बताया कि चीन की सरकार शिनजियांग में रहने वाले उइगर समुदाय का मानवाधिकार हनन कर रही है, इनका शोषण किया जा रहा है और इसीलिए यहां तैयार किए गए प्रोडक्ट उत्पादों को लेकर ये फैसला लिया गया है। 

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उइगर मुसलमानों को डिटेंशन कैंप में भेजने, उनके धार्मिक गतिविधियों में हस्तक्षेप के अलावा उनके शोषण को लेकर दुनिया भर में चीन की किरकिरी हो रही है ।  उल्लेखनीय है कि अमेरिका ने चीन के शिनजियांग प्रांत में उइगर मुस्लिमों और दूसरे अल्पसंख्यक समुदायों के शोषण और उत्पीड़न मामले पर रोशनी डालने के लिए नया वेबपेज जारी किया है।

अमेरिकी विदेश विभाग ने एक ट्वीट में कहा, 'हमने एक नया वेबपेज जारी किया है, जिसके जरिये शिनजियांग में रहने वाले उइगरों और दूसरे अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के खिलाफ चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के अत्याचारों को सामने लाया जाएगा। अमेरिका इस तरह के मानवाधिकार हनन खिलाफ वैश्विक लड़ाई की अगुआई करने के लिए प्रतिबद्ध है।' यह वेबपेज ऐसे समय जारी किया गया है, जब दक्षिण चीन सागर और कोरोना महामारी को लेकर अमेरिका और चीन के बीच तनातनी बढ़ गई है।

चीनी सरकार न सिर्फ इनकी निगरानी करती है बल्कि मानवाधिकारों का हनन कर इन पर कई तरह की सख्त पाबंदियां भी लगा रखी हैं। लाखों उइगरों को हिरासत में भी रखा गया है। ऐसी खबरें हैं कि यहां उइगर समुदाय के लोगों को शिविरों में रखा जाता है और उनसे जबरन मजदूरी कराई जाती है। बता दें कि  चीन ने राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देकर शिनजियांग में दस लाख से अधिक लोगों को हिरासत में रखा है जबकि चीन कहता है कि  चरमपंथ और अलगाववाद से बचाव के लिए शिनजियांग के उइगर युवाओं के लिए ट्रेनिंग कैंप बनाए हैं जहां उन्हें मुख्यधारा में वापस लाने के लिए काम किया जाता है। बता दें कि चीन दुनिया के लगभग 20 फीसद  कपास का उत्पादन करता है, जो अधिकतर शिनजियांग से आता है। यह क्षेत्र पेट्रोकेमिकल और चीनी फैक्ट्रियों में इस्तेमाल होने वाले दूसरे सामानों का भी बड़ा स्रोत है।  


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